भोपाल स्थित जामा मस्जिद को लेकर विवाद | 21 May 2022
चर्चा में क्यों?
19 मई, 2022 को भोपाल में संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें जामा मस्जिद में ‘शिव मंदिर’(Shiva Temple) होने का दावा किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी के अनुसार अंग्रेज़ों के भोपाल स्टेट गजेटियर-1908 में मस्जिद में शिव मंदिर होना बताया गया है, जबकि इसके 50 साल के बाद 1958 में मस्जिद का वक्फ रजिस्ट्रेशन हुआ था।
- भोपाल की पहली महिला शासक कुदसिया बेगम ने 1832 से 1857 ई. के बीच यह मस्जिद बनवाई थी, जिसका ज़िक्र उनकी पुस्तक ‘हयाते कुदसी’में किया गया है। इस पुस्तक में भी मस्जिद में शिव मंदिर होना बताया गया है।
- गौरतलब है कि नौ मीटर वर्गाकार ऊँची जगह पर निर्मित यह मस्जिद भी दिल्ली की जामा मस्जिद की तरह ही चारबाग पद्धति पर आधारित है।
- मस्जिद के चारों कोनों पर ‘हुजरे’बने हैं, अंदर बड़ा आंगन है तथा मस्जिद का प्रार्थना स्थल अर्द्ध स्तंभ एवं स्वतंत्र स्तंभ पर आधारित है।