डालमा हिल में ‘पाइथन’ का संरक्षण | 20 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
हाल ही में राज्य वन विभाग द्वारा डालमा वन्यजीव अभयारण्य में पाइथन समेत साँपों की अन्य प्रजातियों के संरक्षण की पहल की गई है।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि भारत में पाइथन की तीन प्रजातियाँ पाई जाती हैं-
- इंडियन रॉक पाइथन
- बर्मीज पाइथन
- रेटिकुलेटेड पाइथन
- इंडियन पाइथन, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की सूची-I के तहत संरक्षित किया गया है। ऐसे में पाइथन के संरक्षण के लिये राज्य वन विभाग द्वारा पाइथन के आवासों की पहचान करने के साथ-साथ ग्रामीण लोगों को मानव-वन्यजीव संघर्ष से बचने संबंधी उपायों के संबंध में जागरूक किया जा रहा है।
- जमशेदपुर स्थित डालमा वन्यजीव अभयारण्य हाथियों के लिये प्रसिद्ध है। यहाँ पाए जाने वाले अन्य जीवों में बार्क़िग डियर, स्लॉथ बियर एवं विविध सरीसृप प्रजातियाँ उल्लेखनीय हैं।
- गौरतलब है कि वर्ष 2017 में गोवा के हर्पेटोलॉजिस्टक निर्मल कुलकर्णी द्वारा भारतीय पाइथन प्रजातियों के संबंध में जागरूकता बढ़ाने के लिये ‘लिविंग विथ पाइथन’ नामक राष्ट्रव्यापी पहल प्रारंभ की गई थी।