मध्य प्रदेश
हैजा का प्रकोप
- 17 Jun 2024
- 3 min read
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भिंड ज़िले के फूप कस्बे में सहसा हैजा संक्रमण से आमजनों में दहशत फैल गई, जिसके परिणामस्वरूप दूषित जल पीने से तीन व्यक्तियों की मृत्यु हो गई और लगभग 70 अन्य बीमार हो गए।
मुख्य बिंदु:
- पाइपलाइन से आपूर्ति किये गये दूषित जल को पीने से क्षेत्र के निवासी हैजा संक्रमण के शिकार हो गये।
- सूत्रों के अनुसार, इलाके में चल रहे सिविल कार्य के कारण सीवेज का जल पेयजल आपूर्ति पाइपलाइन में घुस गया। जल अत्यधिक दूषित हो गया और उसमें से दुर्गंध आने लगी।
- ज़िला मजिस्ट्रेट ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और मरीजों की हालत स्थिर है।
- पाइपलाइन लीकेज को ठीक कर दिया गया है और अब तीनों वार्डों में स्वच्छ जल की आपूर्ति की जा रही है
- जल की जाँच सहित स्थिति पर नजर रखने के लिये डॉक्टरों की एक टीम भी तैनात की गई है।
हैजा
- परिचय:
- हैजा, एक जल जनित बीमारी है जो मुख्य रूप से विब्रियो कोलेरा बैक्टीरिया स्ट्रेन O1 और O139 के कारण होती है, जो विश्व भर में एक बहुत बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती है।
- स्ट्रेन O1 प्रकोप का प्रमुख कारण है, O139 की घटनाएँ यदा-कदा होती हैं और अधिकतर एशिया तक ही सीमित हैं।
- यह आँत के संक्रमण के कारण होने वाली एक तीव्र दस्त रोग है।
- इसका संक्रमण प्रायः हल्का या बिना लक्षणों वाला होता है, लेकिन कभी-कभी गंभीर हो सकता है।
- हैजा, एक जल जनित बीमारी है जो मुख्य रूप से विब्रियो कोलेरा बैक्टीरिया स्ट्रेन O1 और O139 के कारण होती है, जो विश्व भर में एक बहुत बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती है।
- लक्षण:
- अत्यधिक दस्त, उल्टी/वमन, पैर में
- संचरण:
- एक व्यक्ति हैजा के जीवाणु से दूषित जल पीने या भोजन खाने से हैजा से संक्रमित हो सकता है।
- यह बीमारी उन क्षेत्रों में तेज़ी से फैल सकती है जहाँ सीवेज और पेय जल का अपर्याप्त उपचार किया जाता है।
- वैक्सीन:
- वर्तमान में तीन WHO प्री-क्वालिफाइड ओरल हैजा वैक्सीन (OCV) हैं: डुकोरल, शांचोल और यूविकोल-प्लस। तीनों वैक्सीन को पूर्ण सुरक्षा के लिये दो खुराक की आवश्यकता होती है।