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मुख्यमंत्री ने ‘गोधन न्याय योजना’ के हितग्राहियों को 23.93 करोड़ रुपए का किया भुगतान

  • 11 Sep 2023
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

  • 9 सितंबर, 2023 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से ‘गोधन न्याय योजना’ के अंतर्गत ऑनलाईन राशि वितरण कार्यक्रम में हितग्राहियों के बैंक खातों में 23 करोड़ 93 लाख रुपए अंतरित किये।

प्रमुख बिंदु

  • ‘गोधन न्याय योजना’ के हितग्राहियों के खाते में ऑनलाईन अंतरित की गई राशि में गोबर विक्रेताओं को 5.36 करोड़ रुपए, गोठान समितियों को 1.63 करोड़ रुपए एवं स्व-सहायता समूहों की 1.14 करोड़ रुपए की लाभांश राशि के साथ ही स्व-सहायता समूहों को 12.32 करोड़ रुपए तथा सहकारी समितियों को 1.23 करोड़ रुपए की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि और स्वावलंबी गोठान समितियों के अध्यक्ष एवं सदस्यों को 2.25 करोड़ रुपए की मानदेय राशि शामिल है।
  • गोधन न्याय योजना के तहत हितग्राहियों को 29 करोड़ 93 लाख रुपए के भुगतान के बाद अब तक कुल 581.24 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।
  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोठानों में 15 अगस्त से 31 अगस्त तक क्रय किये गए 2.68 लाख क्विंटल गोबर के एवज में गोबर विक्रेताओं को 5.36 करोड़ रुपए का ऑनलाइन भुगतान किया। गोठानों में अब तक 133.22 क्विंटल गोबर की खरीदी हो चुकी है, जिसकी एवज में पशुपालन किसानों को 261.08 करोड़ रुपए का भुगतान भी किया जा चुका है। 5.36 करोड़ रुपए के भुगतान के बाद गोबर क्रय की कुल राशि 266.44 करोड़ रुपए हो गई है।
  • गोठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को भुगतान की जाने वाली 2.77 करोड़ रुपए की राशि के बाद इनको होने वाले भुगतान की राशि 275.01 करोड़ रुपए हो गई है।
  • मुख्यमंत्री ने इस मौके पर गोबर से कम्पोस्ट खाद के उत्पादन से जुड़े स्व-सहायता समूहों को कम्पोस्ट खाद के विक्रय पर प्रति किलोग्राम एक रुपए के मान से कुल 12 करोड़ 32 लाख रुपए तथा सहकारी समितियों को प्रति किलो 10 पैसे मान से कुल 1 करोड़ 23 लाख रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में ऑनलाईन जारी किये। मुख्यमंत्री स्वावलंबी गोठानों के 42 हज़ार 644 सदस्यों को मानदेय के रूप में 2 करोड़ 25 लाख रुपए उनके बैंक खातों में अंतरित किये।
  • गौरतलब है कि गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी के मामले में स्वावलंबी गोठान समितियों की भागीदारी लगातार बढ़ती जा रही है। राज्य में निर्मित एवं संचालित 10288 गोठानों में से 6252 गोठान स्वावलंबी हो चुके हैं, जो स्वयं की राशि से गोबर विक्रेताओं से गोबर क्रय कर रहे हैं। स्वावलंबी गोठानों ने अब तक 76 करोड़ 42 लाख रुपए का गोबर स्वयं की राशि से क्रय किया है।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि गोठानों में चार रुपए लीटर की दर से गोमूत्र खरीदकर महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएँ इससे ब्रह्मास्त्र और जीवामृत तैयार कर रही हैं, जिसे किसानों को रियायती दरों पर उपलब्ध कराया जा रहा है। किसान अब महँगे पेस्टीसाइट के बदले जैविक कीटनाशक ब्रह्मास्त्र और जीवामृत का उपयोग करने लगे हैं।
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने हर साल धान खरीदी का रिकॉर्ड बनाया है। इस साल आशा है कि 125 लाख मीट्रिक धान खरीदी की जाएगी।

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