उत्तराखंड
मुख्यमंत्री ने की कई महत्त्वपूर्ण घोषणाएँ
- 24 Mar 2023
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चर्चा में क्यों?
23 मार्च, 2023 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक साल का कार्यकाल पूरा होने पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के लिये कई महत्त्वपूर्ण घोषणाएँ कीं।
प्रमुख बिंदु
- कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि प्रदेश में ‘मुख्यमंत्री प्रतियोगी परीक्षार्थी परिवहन योजना’लागू कि गई है जिसके अंतर्गत राज्य के प्रतियोगी परीक्षा के अभ्यर्थियों को रोडवेज़ की बसों में 50 फीसदी किराया ही देना होगा। यह सुविधा परीक्षा देने जाने और वापस आने, दोनों तरफ की यात्रा के लिये मिलेगी।
- राज्य में अब कक्षा छह से ही कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी की शिक्षा लागू हो जाएगी। इसके अलावा लोकतंत्र सेनानी की मृत्यु होने पर उनको मिलने वाला पेंशन विधवा पत्नी को दी जाएगी।
- इस दौरान मुख्यमंत्री ने सूचना एवं लोकसंपर्क विभाग की एक साल नई मिसाल विकास पुस्तिका का भी विमोचन किया।
- उन्होंने 37 करोड़ रुपए की लागत से सहस्त्रधारा के तरला नागर में प्रस्तावित सिटी फॉरेस्ट योजना का भी शिलान्यास किया।
- सीएम धामी की अन्य घोषणाएँ-
- चलती-फिरती प्रयोगशाला - उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिये सभी 13 ज़िलों में चलती-फिरती प्रयोगशाला (लैब ऑन व्हील्स) शुरू की जाएगी।
- सांइस व आईटी कॉरिडोर - राज्य में विज्ञान प्रौद्योगिकी और सूचना प्रौद्योगिकी गलियारा (कॉरिडोर) बनेगा। जल्द सांइस और टेक्नोलॉजी इनोवेशन पॉलिसी आएगी।
- खेल विश्वविद्यालय - हल्द्वानी स्थित गौलापार में बने अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम का उच्चीकरण कर उसे अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार खेल विश्वविद्यालय बनाया जाएगा।
- मुख्यमंत्री औद्यानिकी योजना - प्रदेश के किसानों के लिये मुख्यमंत्री औद्यानिकी योजना शुरू की जाएगी। वहीं पशुपालकों के लिये मुख्यमंत्री राज्य पशुधन मिशन शुरू होगा।
- सड़कों से जुड़ेंगे गाँव - जल्द मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना शुरू होगी। इस योजना के तहत 250 से अधिक आबादी वाले गाँवों की मुख्य सड़कों का निर्माण होगा।
- कौशल विकास योजना - युवाओं के लिये मुख्यमंत्री कौशल विकास एवं रोज़गार योजना शुरू होगी। इसमें स्नातक पास छात्रों को आवश्यक रूप से दक्ष बनाया जाएगा।
- सरोवर योजना - सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक अमृत सरोवर बनाया जाएगा। इन्हें पर्यटक स्थल व जल क्रीड़ा के केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
- स्वरोज़गार केंद्र - सभी ज़िलों में ज़िला सेवा योजना एवं कौशल विकास कार्यालय को स्वरोज़गार केंद्र के नोडल कार्यालय के रूप में विकसित किया जाएगा।
- चलते-फिरते स्कूल - श्रमिकों के बच्चों को साक्षर बनाने के लिये चलते फिरते (मोबाइल) स्कूल शुरू किये जाएंगे, जिनमें शिक्षक मौके पर जाकर बच्चों को पढ़ाएंगे।
- गैरसैंण तक चौड़ा होगा मार्ग - ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के लिये दिवालीखाल से सड़क मार्ग का चौड़ीकरण किया जाएगा, जिससे कर्णप्रयाग गैरसैंण मार्ग सुगम हो जाएगा।
- लोक पर्वों को महत्त्व - उत्तरायणी, फूलदेई, हरेला, ईगास, बूढ़ी दिवाली जैसे उत्तराखंड के लोकपर्वों को व्यापक पहचान दिलाए जाने के लिये समेकित नीति बनेगी।