हरियाणा
मुख्यमंत्री ने भारतीय अंतर्राष्ट्रीय बागवानी मंडी में 2600 करोड़ रुपए के कार्यों का किया शुभारंभ
- 13 Jun 2023
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चर्चा में क्यों
11 जून, 2023 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-44 पर सोनीपत ज़िले के गन्नौर स्थित भारतीय अंतर्राष्ट्रीय बागवानी मंडी में 2600 करोड़ रुपए के दूसरे चरण के कार्यों के निर्माण का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने करीब 55 करोड़ रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी।
- मुख्यमंत्री ने बताया कि यह बागवानी मंडी भारत ही नहीं बल्कि एशिया की सबसे बड़ी मंडी बनेगी। इससे उत्तर भारत के राज्यों के क्रेताओं-विक्रेताओं को विशेष लाभ मिलेगा। यह दिल्ली की आज़ादपुर मंडी के बेहतरीन विकल्प के रूप में तैयार होगी, जिसमें हर प्रकार की सुविधाएँ मुहैया होंगी।
- इससे राज्य के किसानों की आमदनी दोगुनी होगी। साथ ही यह किसानों के साथ फल व सब्जी उत्पादकों, आम लोगों तथा व्यापारियों के लिये खासी लाभकारी सिद्ध होगी।
- मंडी किसानों की आत्मनिर्भरता के साथ प्रदेश को भी आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाएगी, जिससे राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी। किसानों की आय को बढ़ाने का जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है उसकी पूर्ति में मंडी की विशेष भूमिका रहेगी।
- साथ ही, इसमें तीन हज़ार करोड़ रुपए की लागत से कार्यों को विस्तार दिया जाएगा, जबकि 2600 करोड़ रुपए के टेंडर के कार्यों को दो वर्ष के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। हरियाणा के साथ उत्तर प्रदेश, पंजाब, जम्मू एवं कश्मीर तथा उत्तराखंड राज्यों के किसान-व्यापारी मंडी का लाभ उठा सकेंगे।
- मुख्यमंत्री ने गन्नौर खंड के सब्जी उत्पादन करने वाले किसानों को तीन वर्षों के लिये पाँच हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से सब्सिडी दिए जाने की घोषणा भी की। विदित है कि वर्तमान में गन्नौर खंड में तीन हजार एकड़ में सब्जी उत्पादन किया जा रहा है।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरजमुखी उत्पादक किसानों के लिये कुरूक्षेत्र में चार एकड़ भूमि में तेल का कारखाना स्थापित किया जाएगा, जिसकी क्षमता 20 हज़ार मिट्रिक टन की होगी। सुरजमुखी के बीज से तेल व घी का निर्माण किया जाता है।