मध्य प्रदेश
मुख्यमंत्री ने रवाना किये चलित दीनदयाल रसोई केंद्र
- 09 Oct 2023
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चर्चा में क्यों?
7 अक्तूबर, 2023 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्मार्ट पार्क से चलित दीनदयाल रसोई केंद्र को झंडी दिखाकर रवाना किया।
प्रमुख बिंदु
- ये चलित केंद्र भोपाल और अन्य शहरों के उन स्थानों पर जाकर श्रमिकों और अन्य ज़रूरतमंद लोगों को पाँच रुपए में भरपेट भोजन उपलब्ध करवाएंगे, जहाँ ये लोग कार्य करते हैं। प्रदेश के अन्य नगरों में भी चलित केंद्र संचालित किये जाएंगे।
- इस योजना को प्रारंभ करने के दो प्रमुख उद्देश्य हैं। एक यह कि रियायती दर पर गरीब व्यक्ति को भोजन मिल सके, दूसरा प्रवासी श्रमिक और अन्य ज़रूरतमंद नागरिकों को कार्य स्थल के नज़दीक भरपेट भोजन की सुविधा मिल सके।
- पूर्व में संचालित केंद्र एक स्थान पर ही होते थे। इस व्यवस्था से ऐसे मज़दूर, जो गाँव से शहर आकर जीविका चलाते हैं, उन्हें अधिक राशि और समय खर्च किये बिना उनके काम करने की जगह पर ताजा भोजन उपलब्ध हो जाएगा।
- इन केंद्रों में 5 रुपए थाली की दर से सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक भोजन का वितरण किया जाता है। राज्य सरकार ने इस योजना में प्रति व्यक्ति 10 रुपए के मान से अनुदान देने की व्यवस्था की है।
- उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में 7 फरवरी, 2017 में यह योजना ज़िला मुख्यालयों और 6 प्रमुख धार्मिक स्थानों को मिलाकर 56 स्थानों पर संचालन के साथ प्रारंभ की गई थी। वर्तमान में 166 स्थानों पर योजना का संचालन किया जा रहा है।
- इस योजना में प्रदेश में सवा दो सौ लाख भोजन थालियों का वितरण किया जा चुका है।
- प्रदेश में 25 चलित रसोई केंद्र प्रारंभ हुए हैं। एक चलित केंद्र की लागत 25 लाख रुपए है। इसमें खाना तैयार करने और गर्म खाना रखने के आधुनिक उपकरण भी रहेंगे।
- प्रदेश में 10 लाख से अधिक आबादी वाले जिन नगरों में चलित केंद्र शुरू हुए हैं, उनमें भोपाल में 3, इंदौर में 4, जबलपुर, ग्वालियर में दो-दो चलित रसोई केंद्र शामिल हैं। शेष 12 नगर निगमों और 2 औद्योगिक नगरों पीथमपुर एवं मंडीदीप में एक-एक चलित रसोई केंद्र का संचालन शुरू किया गया है।
- शीघ्र ही 20 हज़ार से अधिक आबादी वाले 68 नगरीय निकायों में भी इस तरह के रसोई केंद्र शुरू करने की योजना है।