मुख्यमंत्री प्रथम ग्राम समेकित विकास योजना | 18 Nov 2022
चर्चा में क्यों?
17 नवंबर, 2022 को उत्तराखंड के सचिवालय में पंचायती राज विभाग की समीक्षा के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि उत्तराखंड के ऐसे गाँव, जो भारत के प्रथम गाँव हैं, उनके सुनियोजित विकास के लिये ‘मुख्यमंत्री प्रथम ग्राम समेकित विकास योजना’शुरू की जाएगी।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सीमाओं पर स्थित गाँवों को अंतिम गाँव की बजाय प्रथम गाँव कहा था। ये गाँव देश के प्रथम गाँव के साथ प्रहरी भी हैं।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि राज्य की पहली प्राथमिकता है कि देश के इन प्रथम गाँवों का सुनियोजित विकास होना चाहिये। गाँवों में स्वच्छता के लिये ‘मुख्यमंत्री पर्यावरण मित्र’योजना भी शुरू की जाएगी, जिसमें प्रत्येक गाँव में एक पर्यावरण मित्र (स्वच्छक) की तैनाती की जाएगी तथा ग्राम पंचायतों के सुनियोजित विकास के लिये ‘मुख्यमंत्री चौपाल’शुरू की जाएगी।
- मुख्यमंत्री ने बताया कि इन गाँवों में धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक आधार पर कुछ दिवस वहाँ के लिये विशेष महत्त्व के होते हैं तथा गाँवों में इन विशेष दिवसों को चिह्नित कर उत्साह के साथ कार्यक्रम आयोजित किये जाएँ। ग्राम सभा का स्थापना दिवस उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इनमें उन गाँवों के बाहर रहने वाले प्रवासी लोगों को प्रतिभाग करने के लिये विशेष रूप से प्रेरित किया जाए।
- उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायतों का सुनियोजित विकास हो, इसके लिये चौपाल लगाई जाए। इसके लिये ग्राम सभावार रोस्टर भी बनाया जाए। स्थानीय ग्रामीणों द्वारा इन चौपालों में दिये जाने वाले सुझावों को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए गाँवों के विकास की कार्ययोजना तैयार की जाए।
- उन्होंने बताया कि असली भारत गाँवों में बसता है। राज्य के समग्र विकास के लिये गाँवों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये तथा गाँवों के विकास के लिये किसी गाँव में एक कैबिनेट बैठक भी आयोजित की जाए, जिसमें गाँवों के विकास से संबंधित प्रस्ताव हों।