छिंदवाड़ा का गोदड़देव मंदिर राज्य संरक्षित स्मारक घोषित | 19 Apr 2023
चर्चा में क्यों?
18 अप्रैल, 2023 को मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा छिंदवाड़ा के गोदड़देव मंदिर को राज्य संरक्षित स्मारक घोषित किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- गोदड़देव मंदिर छिंदवाड़ा ज़िले की तहसील चांद के नीलकंठी कला क्षेत्र में स्थित है।
- संस्कृति विभाग द्वारा मध्य प्रदेश प्राचीन स्मारक पुरातत्त्वीय स्थल तथा अवशेष अधिनियम-1964 के तहत इसे राज्य संरक्षित स्मारक घोषित किया गया है।
- गौरतलब है कि कलचुरियों के समकालीन एवं राज्य सीमा से लगे होने के कारण इस मंदिर का वास्तुशिल्प लगभग कलचुरि स्थापत्य से मिलता है। इसका निर्माण लगभग 13वीं सदी में हुआ।
- भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर भूमित्र शैली का है। भूविन्यास में गर्भ गृह, अंतराल एवं मंडप हैं। मंदिर का जंघा तक का पृष्ठ भाग अपने मूल स्वरूप में है। गर्भ गृह भूतलीय है, जिसमें शिवलिंग स्थापित है। वहाँ तक जाने के लिये सोपान है। अंतराल की रथिकाओं में गौरी व भैरव की प्रतिमाएँ स्थापित हैं। द्वार शाखा में सप्त मात्राएँ उत्कीर्ण हैं।
- गर्भ गृह एवं मंडप के ध्वस्त होने पर स्थानीय लोगों के द्वारा जीर्णोदार कराया गया है। मंदिर परिसर में मंडप के स्तंभ दृष्टव्य है। एक स्तंभ पर देवनागरी में संस्कृत भाषा के अस्पष्ट लेख हैं। इस मंदिर से कुछ दूरी पर दो और मंदिरों के भग्नावशेष हैं।