छत्तीसगढ़
यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे पर छत्तीसगढ़ को किया जाएगा सम्मानित
- 10 Dec 2022
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चर्चा में क्यों?
9 दिसंबर, 2022 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे के मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 10-11 दिसंबर को बनारस में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ को सम्मानित किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स के संचालन में शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने वाले राज्यों को सम्मानित किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ ने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स के संचालन के लिये दिसंबर 2022 तक के लिये निर्धारित लक्ष्य से ज्यादा सेंटर्स को फंक्शनल कर लिया है।
- छत्तीसगढ़ को कुल 4825 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, उप स्वास्थ्य केंद्रों और शहरी स्वास्थ्य केंद्रों का उन्नयन कर हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर्स के रूप में संचालित करने का लक्ष्य मिला था। राज्य में अभी इस लक्ष्य से 62 अधिक यानि 4887 केंद्रों का संचालन हो रहा है।
- प्रदेशवासियों को सार्वभौमिक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने के लिये उप स्वास्थ्य केंद्र हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) नियुक्त किये गए हैं।
- इन केंद्रों में प्रसव पूर्व देखभाल व प्रसव, नवजात शिशु स्वास्थ्य एवं टीकाकरण, परिवार नियोजन एवं प्रजनन स्वास्थ्य, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं संचारी रोग व गैर-संचारी रोग स्क्रीनिंग एवं प्रबंधन, मानसिक स्वास्थ्य स्क्रीनिंग एवं प्रबंधन, सामान्य रोगों के लिये बाह्य रोगी देखभाल एवं प्रबंधन, आँख-नाक-कान-गला संबंधी सामान्य देखभाल, मुख स्वास्थ्य संबंधी देखभाल, वयोवृद्ध स्वास्थ्य देखभाल सेवाएँ तथा आपातकालीन चिकित्सा सुविधा जैसी 12 तरह की स्वास्थ्य सेवाएँ मुहैया कराई जा रही हैं।
- हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स में 30 साल से अधिक उम्र के लोगों के रक्तचाप, डायबिटीज व कैंसर जैसी बीमारियों की नि:शुल्क जाँच भी की जाती है। इनके मरीजों को ज़रूरत के अनुसार नि:शुल्क दवा और परामर्श भी दिया जाता है।
- हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स में उपचार के साथ-साथ लोगों को स्वस्थ जीवन-शैली के लिये प्रोत्साहित किया जाता है। लोगों को सेहत के प्रति जागरूक करने के लिये इन केंद्रों के माध्यम से योग एवं वेलनेस की गतिविधियाँ भी संचालित की जा रही हैं।
- इन सेंटर्स में गाँव में ही इलाज मिलने से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भीड़ कम हुई है। इससे मरीजों को इलाज के लिये ज्यादा दूरी भी तय नहीं करनी पड़ रही है। किसी व्यक्ति में गंभीर बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर उसे समय रहते जानकारी दे दी जाती है जिससे वह समय पर अपना इलाज करा सके।
- स्वास्थ्य विभाग जरूरत की सभी दवाईयाँ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रहा है ताकि प्राथमिक व नियमित तौर पर चलने वाला उपचार गाँव में ही संभव हो सके।