देश में सबसे कम बेरोज़गारी वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ अव्वल | 05 Apr 2022
चर्चा में क्यों?
हाल ही में सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी संगठन द्वारा जारी किये गए बेरोज़गारी के नवीनतम आँकड़ों के अनुसार मार्च माह में सबसे कम बेरोज़गारी दर वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ देश में अव्वल है।
प्रमुख बिंदु
- नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ में बेरोज़गारी दर अब तक के सबसे न्यूनतम स्तर (0.6 प्रतिशत) पर पहुँच गई है। देश में बेरोज़गारी दर 7.5 प्रतिशत है। शहरी बेरोज़गारी दर 8.5 प्रतिशत और ग्रामीण बेरोज़गारी दर 7.1 प्रतिशत है।
- 2 अप्रैल, 2022 की स्थिति में सीएमआईई द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार सर्वाधिक बेरोज़गारी दर हरियाणा में 26.7 प्रतिशत, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में 25-25 प्रतिशत, झारखंड में 14.5 प्रतिशत, बिहार में 14.4 प्रतिशत, त्रिपुरा में 14.1 प्रतिशत तथा हिमाचल प्रदेश में 12.1 प्रतिशत रही।
- छत्तीसगढ़ ने समावेशी विकास का लक्ष्य निर्धारित करते हुए तीन साल पहले महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना के अनुरूप नया मॉडल अपनाया था, जिसके तहत गाँवों और शहरों के बीच आर्थिक परस्परता बढ़ाने पर ज़ोर दिया गया है।
- इसी मॉडल के अंतर्गत गाँवों के आर्थिक सशक्तीकरण के लिये सुराजी गाँव योजना, नरवा-गरवा-घुरवा-बारी कार्यक्रम, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मज़दूर न्याय योजना, रूरल इंडस्ट्रियल पार्कों की स्थापना, लघु वनोपजों के संग्रहण एवं वैल्यू एडीशन, उद्यमिता विकास जैसी योजनाओं और कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
- प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही इन योजनाओं से ग्रामीण क्षेत्रों में रोज़गार के नए-नए अवसर सृजित हो रहे हैं। इन योजनाओं से राज्य के विकास को गति मिल रही है, जिससे प्रदेश में बेरोज़गारी दर में लगातार गिरावट आ रही है।
- कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान भी देशव्यापी आर्थिक मंदी से छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था अछूती रही, तब भी छत्तीसगढ़ में बेरोज़गारी दर पूरी तरह नियंत्रित रही।
- छत्तीसगढ़ में आने वाले 5 वर्षों में 12 से 15 लाख रोज़गार के नए अवसरों का निर्माण करने के लिये रोज़गार मिशन का संचालन किया जा रहा है।