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छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री ने ‘छत्तीसगढ़ एस.डी.जी. डिस्ट्रिक्ट प्रोग्रेस रिपोर्ट’व ऑनलाईन मॉनिटरिंग टूल ‘एस.डी.जी. डैशबोर्ड’का विमोचन किया

  • 21 Feb 2023
  • 5 min read

चर्चा में क्यों?

20 फरवरी, 2023 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल बैठक में राज्य योजना आयोग द्वारा सतत् विकास लक्ष्यों की मॉनिटरिंग के लिये तैयार की गई ‘छत्तीसगढ़ एस.डी.जी. डिस्ट्रिक्ट प्रोग्रेस रिपोर्ट 2021’ का विमोचन किया एवं ऑनलाईन मॉनिटरिंग टूल ‘एस.डी.जी. डैशबोर्ड’ लांच किया।

प्रमुख बिंदु 

  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश एस.डी.जी. लक्ष्य की समयबद्ध प्राप्ति हेतु प्रतिबद्ध है। ‘जनघोषणा पत्र’के उद्देश्यों में भी एस.डी.जी. लक्ष्य के अनुरूप ‘अंत्योदय’का संकल्प सम्मिलित है।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य योजना आयोग द्वारा तैयार की गई ‘छत्तीसगढ़ एस.डी.जी. डिस्ट्रिक्ट प्रोग्रेस रिपोर्ट 2021’ व ऑनलाईन मॉनिटरिंग में सहायता हेतु तैयार किये गए ‘एस.डी.जी. डैशबोर्ड’में प्रत्येक ज़िले को ‘स्कोर’एवं ‘रैंकिंग’प्रदान की गई है।
  • ‘स्कोर’एवं ‘रैंकिंग’ज़िलों को 2030 तक निर्धारित लक्ष्य की प्राप्त करने की दिशा में पथ प्रदर्शक का कार्य करेगा और सभी कलेक्टरों को प्रगति बाधक चिन्हित क्षेत्रों की पहचान कर साक्ष्य आधारित निर्णय लेने में भी मदद करेगा।
  • यह रिपोर्ट व डैशबोर्ड प्रत्येक ज़िला एवं विभाग को अपनी स्थानीय क्रियान्वयन प्रतिबद्धता की पहचान कर अपने हितधारकों के बहुमुखी विकास सुनिश्चित करने में निर्णायक भूमिका का निर्वहन करेगी।
  • समस्त ज़िला कलेक्टर रिपोर्ट व डैशबोर्ड में उल्लेखित इंडिकेटर संबंधित योजनाओं के प्रभावी अनुश्रवण व अनुशीलन तथा डाटा संकलन एवं रिर्पोटिंग व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे तथा 2030 तक निर्धारित लक्ष्य पूर्ति हेतु हर संभव प्रयास सुनिश्चित करेंगे।
  • राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि राज्य शासन द्वारा ज़िला कलेक्टर की अध्यक्षता में ‘ज़िला स्तरीय एसडीजी क्रियान्वयन एवं निगरानी समिति’ गठित की गई है। इस समिति में संयोजक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, ज़िला पंचायत एवं सह-संयोजक, ज़िला योजना एवं सांख्यिकी अधिकारी हैं।
  • रिपोर्ट में सामाजिक, आर्थिक, पर्यावरणीय एवं अन्य पहलुओं संबंधी कुल 82 इंडिकेटर में प्राप्त प्रगति के आधार पर ज़िलों को ‘स्कोर’ व ‘रैंकिंग’प्रदान की गई है।
  • प्रत्येक एस.डी.जी. इंडिकेटर हेतु उत्तरदायी विभागों व ज़िला स्तरीय अधिकारियों को मैप किया गया है, साथ ही प्रत्येक लक्ष्य से संबंधित योजनाओं को भी चिन्हांकित किया गया है।
  • ज़िलों को उनके द्वारा अर्जित किये ‘स्कोर’के आधार पर चार श्रेणियों में विभाजित किया गया है- एचीवर (100 अंक), फ्रंट रनर (65-99 अंक), परफॉर्मर (50-64 अंक), एस्पायरेंट (50 से कम अंक)।
  • रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021 की स्थिति में 8 ज़िले - फ्रंट रनर (धमतरी, राजनांदगांव, बालोद, दुर्ग, बेमेतरा, गरियाबंद, महासमुंद व रायपुर) तथा शेष ज़िले- परफॉर्मर श्रेणी में हैं। ज़िला धमतरी ने सर्वाधिक 72 अंक प्राप्त कर प्रथम रैंक हासिल किया है।
  • मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने बताया कि राज्य सरकार के विकास एजेंडा प्रमुखत: एसडीजी के साथ परस्पर जुडे हुए हैं। रिपोर्ट व डैशबोर्ड एस.डी.जी. लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में संबंधित विभागों को उचित निर्णय के लिये आँकड़े आधारित साक्ष्य प्रदान करती है।
  • डिस्ट्रिक्ट इंडिकेटर फ्रेमवर्क का एस.डी.जी. लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु किस प्रकार उपयोग किया जा सकता है, इसके संबंध में ज़िला कलेक्टर एवं ज़िला योजना एवं सांख्यिकी अधिकारी को जानकारी दी जा चुकी है। ज़िला स्तर पर बेहतर प्रसार हेतु एस.डी.जी. संबंधित ‘हिन्दी पुस्तिका’ भी जारी की गई है। 
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