छत्तीसगढ़ का पहला डिजिटल प्लेनेटेरियम | 15 Jul 2024
चर्चा में क्यों?
सूत्रों के अनुसार, भारत सरकार के सहयोग से छत्तीसगढ़ का पहला डिजिटल तारामंडल/प्लेनेटेरियम उग्रवाद प्रभावित दंतेवाड़ा ज़िले में स्थापित किया जा रहा है।
मुख्य बिंदु:
- यह पहल दंतेवाड़ा ज़िला प्रशासन द्वारा संस्कृति मंत्रालय और राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (NCSM) की सहायता से की गई है।
- संस्कृति मंत्रालय की विज्ञान एवं संस्कृति संवर्द्धन योजना, 2021 के अंतर्गत दंतेवाड़ा के कारली में डिजिटल तारामंडल स्थापित करने की योजना जल्द ही शुरू होगी
- ज़िला प्रशासन ने प्लेनेटेरियम के लिये सहयोग का अनुरोध किया और श्रेणी III (5 लाख से कम जनसंख्या) के अंतर्गत पूर्ण वित्तीय सहायता के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी गई है।
- इस पहल में शैक्षिक उन्नति, वैज्ञानिक चेतना, सांस्कृतिक और सामाजिक प्रगति के साथ-साथ आकर्षक दृश्य-श्रव्य प्रयोग जैसे विभिन्न तत्त्व शामिल हैं
- प्लेनेटेरियम के निर्माण के लिये 7.95 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया गया है।
- घने जंगलों के बीच बसा यह डिजिटल प्लेनेटेरियम एक प्रमुख पर्यटन पहल होगी
- यह स्थानीय बच्चों के भविष्य को आकार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और भावी पीढ़ियों को अंतरिक्ष विज्ञान में कॅरियर बनाने के लिये प्रेरित करेगा।
राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (National Council of Science Museums- NCSM)
- वर्ष 1978 में राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (NCSM) की स्थापना राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालयों के लिये एक केंद्रीय समन्वय एजेंसी के रूप में की गई थी
- यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ((DST) के साथ संयुक्त रूप से संस्कृति मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी संस्थान है
- NCSM विज्ञान केंद्रों और संग्रहालयों का विश्व का सबसे बड़ा नेटवर्क है जो एक ही प्रशासनिक छत्र के तहत कार्य करता है।