हरियाणा में अब भीमराव अंबेडकर भवन के नाम से जानी जाएंगी चौपालें | 17 Oct 2022
चर्चा में क्यों?
16 अक्टूबर, 2022 को हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पंचकूला ज़िले में पंचायती राज प्रकोष्ठ के सम्मेलन के दौरान घोषणा किया कि राज्य की सभी चौपालों को भविष्य में डॉ. भीमराव अंबेडकर भवन के नाम से जाना जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा के गाँवों में पार्टीबाज़ी और जातीय तनाव को खत्म करने के लिये राज्य सरकार ने यह अहम फैसला लिया है। इसके तहत गाँवों में बनने वाली चौपालें किसी एक जाति अथवा संप्रदाय के नाम पर नहीं होंगी, बल्कि ऐसी चौपालों को भविष्य में डॉ. भीमराव अंबेडकर भवन के नाम से जाना जाएगा।
- पूर्व में जिन चौपालों के नाम अन्य नामों पर रखे गए हैं, उनके नाम में भी बदलाव होगा। यह प्रक्रिया मौजूदा पंचायती राज व्यवस्था के चुनाव नतीजों के बाद लागू होगी।
- सम्मेलन के बाद दुष्यंत चौटाला ने बताया कि काफी लोगों ने इस बात की शिकायत की है कि चौपालों के नाम किसी जाति विशेष, व्यक्ति विशेष अथवा संप्रदाय के नाम पर रखे जा रहे हैं। ऐसा करने से गाँवों में तनाव बढ़ रहा है, आपसी झगड़े हो रहे हैं। इसलिये सरकार ने निर्णय लिया है कि सभी चौपालों का नाम डॉ. भीमराव अंबेडकर भवन के रूप में होगा।
- इसके लिये निर्वाचित पंचायतों को इस बारे में प्रस्ताव बनाकर देना होगा तथा पुरानी चौपालों का नाम बदलने का प्रस्ताव भी सरकार को भेजना होगा।