‘चास हाट पहल’ | 23 Apr 2022
चर्चा में क्यों?
हाल ही में पाकुड़ के उपायुक्त वरुण रंजन ने बताया कि हॉर्टिकल्चर हब के रूप में स्थापित करने के लिये पाकुड़ ज़िला प्रशासन की अनूठी पहल ‘चास हाट पहल’ से महिला किसानों की ज़िंदगी में अभूतपूर्व परिवर्तन हो रहा है।
प्रमुख बिंदु
- पाकुड़ ज़िला प्रशासन एवं झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के संयुक्त प्रयास के रूप में वर्ष 2021 में चास हाट पहल की शुरुआत की गई थी।
- इस महत्त्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य सभी संबंधित विभागों के समेकित प्रयास एवं अभिसरण से ज़िले में सब्ज़ी की फसलों के उत्पादन एवं विपणन को बढ़ाना है। साथ ही इस परियोजना के अंतर्गत लक्षित किसान परिवारों की वार्षिक आय 1 लाख रुपए तक सुनिश्चित करना और महिला उद्यमिता को बढ़ावा देना भी शामिल है।
- चास हाट पहल के ज़रिये ज़िले के विभिन्न विभागों की खेती की योजनाओं का लाभ समेकित रूप से सखी मंडल की बहनों को चास हाट के ज़रिये दिया जा रहा है, जैसे-
- सिंचाई की समस्या दूर करने के लिये भूमि संरक्षण एवं अन्य विभाग द्वारा डीप बोरिंग एवं पंप सेट उपलब्ध कराने के साथ ही टपक सिंचाई योजना का क्रियान्वयन।
- मनरेगा द्वारा दीदी बाड़ी योजना के अंतर्गत 5 डेसीमल की योजना एवं सिंचाई सुविधा हेतु कूपों की व्यवस्था।
- झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी, केवीके एवं आत्मा के ज़रिये विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण, क्षमतावर्द्धन एवं बीज की व्यवस्था आदि।