मध्य प्रदेश
गौहर महल में चरखा-चाक उत्सव का शुभारंभ
- 17 Aug 2022
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चर्चा में क्यों?
16 अगस्त, 2022 को मध्य प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड एवं माटी-कला बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में गौहर महल में चरखा-चाक उत्सव का शुभारंभ मध्य प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष जितेंद्र लिटोरिया ने किया। यह उत्सव 28 अगस्त, 2022 तक चलेगा।
प्रमुख बिंदु
- अध्यक्ष जितेंद्र लिटोरिया ने कहा कि माटी-कला बोर्ड के माध्यम से परंपरागत माटी शिल्प को प्रोत्साहित करने का कार्य किया जा रहा है। माटी शिल्पी सामाजिक व्यवस्था के अभिन्न अंग हैं। इनकी शिल्प-कला को संगठित रूप से बाज़ार मुहैया कराने का कार्य बोर्ड द्वारा इस उत्सव के माध्यम से किया जा रहा है।
- इसके साथ ही हथकरघा बुनकरों द्वारा परंपरागत चरखा के माध्यम से उत्पादित सूत के बने कपड़ों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
- उल्लेखनीय है कि गौहर महल मध्य प्रदेश के भोपाल शहर के बड़े तालाब के किनारे वी.आई.पी. रोड पर शौकत महल के पास स्थित है। इस तिमंज़िले भवन का निर्माण भोपाल राज्य की तत्कालीन शासिका नवाब कुदसिया बेगम (सन् 1819-37) ने 1820 ई. में कराया था। यह वास्तुकला का खूबसूरत नमूना है। कुदसिया बेगम का नाम गौहर भी था, इसलिये इस महल को ‘गौहर महल’ के नाम से जाना जाता है।
- यह महल भोपाल रियासत का पहला महल है। इस महल की खासियत यह है कि इसकी सजावट भारतीय और इस्लामिक वास्तुकला को मिलाकर की गई है। यह महल हिंदू और मुगल कला का अद्भुत संगम है।