चार धाम यात्रा 2024 | 10 May 2024

चर्चा में क्यों?

हाल ही में देवी गंगा की मूर्ति को उनके शीतकालीन अधिष्ठान मुखबा गाँव से गंगोत्री ले जाकर गंगोत्री मंदिर की अनुष्ठानिक शुरुआत की गई।

  • मुख्य बिंदु:
  • परंपरा के अनुसार, समारोह की शुरुआत देवी गंगा को पालकी पर बिठाने और मंदिर से बाहर निकालने से पहले उनकी प्रार्थना के साथ हुई।
  • तीर्थयात्रियों का प्रारंभिक जत्था ऋषिकेश से रवाना हुआ। धार्मिक हस्तियों और राजनीतिक नेताओं द्वारा विभिन्न समूहों को विभिन्न स्थानों से रवाना किया गया।
  • केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के द्वार अक्षय तृतीया (10 मई, 2024) को खुलेंगे तथा बद्रीनाथ धाम के द्वार 12 मई 2024 को खुलेंगे।

चारधाम यात्रा

  • यमुनोत्री धाम:
    • स्थान: उत्तरकाशी ज़िला।
    • समर्पित: देवी यमुना।
    • गंगा नदी के बाद यमुना नदी भारत की दूसरी सबसे पवित्र नदी है।
  • गंगोत्री धाम:
    • स्थान: उत्तरकाशी ज़िला।
    • समर्पित: देवी गंगा।
    • सभी भारतीय नदियों में सबसे पवित्र मानी जाती है।
  • केदारनाथ धाम:
    • स्थान: रुद्रप्रयाग ज़िला।
    • समर्पित: भगवान शिव
    • मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है।
    •  भारत में 12 ज्योतिर्लिंगों (भगवान शिव के दिव्य प्रतिनिधित्व) में से एक।
  • बद्रीनाथ धाम:
    • स्थान: चमोली ज़िला।
    • पवित्र बद्रीनारायण मंदिर का स्थान।
    • समर्पित: भगवान विष्णु।
    • वैष्णवों के पवित्र तीर्थस्थलों में से एक