मध्य प्रदेश
इलेक्ट्रॉन बीम विकिरण से लाल मक्के के डीएनए में परिवर्तन
- 20 Sep 2021
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में इंदौर के कस्तूरबा ग्राम स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में इलेक्ट्रॉन बीम विकिरण की सहायता से लाल मक्के के बीज के डीएनए में सकारात्मक परिवर्तन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- यह प्रयोग कृषि विज्ञान केंद्र इंदौर द्वारा राजा रमन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र के सहयोग से किया गया है।
- गौरतलब है कि लाल मक्के में कैंसररोधी गुण के साथ-साथ प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है अत: इसका उत्पादन बढ़ाने के लिये यह प्रयोग किया गया है।
- इस आनुवंशिक परिवर्तन से न केवल लाल मक्के की ऊँचाई कम होगी, बल्कि इसके भुट्टे की लंबाई में वृद्धि होगी।
- उल्लेखनीय है कि इलेक्ट्रॉन बीम विकिरण का प्रयोग अन्य क्षेत्रों में भी किया जा रहा है, जैसे- कैंसर उपचार, पर्यावरणीय प्रदूषकों, जैसे- VOCs (Volatile organic compounds) के उपचार, खाद्य परिरक्षण आदि।