झारखंड
केंद्र सरकार ने रद्द किया धालभूमगढ़ में बनने वाले एयरपोर्ट का प्रस्ताव
- 01 Mar 2023
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चर्चा में क्यों?
27 फरवरी, 2023 को केंद्रीय नागर विमानन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पर्यावरण संरक्षण एवं एलीफेंट कोरिडोर होने का कारण दर्शाते हुए झारखंड के धालभूमगढ़ (पूर्वी सिंहभूम) में एयरपोर्ट निर्माण के प्रस्ताव को रद्द कर दिया है।
प्रमुख बिंदु
- ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा पत्र में कहा गया है कि भारत सरकार की क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना उड़ान के तहत जमशेदपुर में टाटा स्टील के स्वामित्व वाले सोनारी हवाई अड्डा से उड़ानों का संचालन शुरू हो चुका है तथा धालभूमगढ़ में द्वितीय विश्वयुद्ध का परित्यक्त हवाई अड्डा है, जो वर्तमान में जर्जर हालत में है तथा संचालन के लिये उपयुक्त नहीं है।
- ज्ञातव्य है कि धालभूमगढ़ एयरपोर्ट लिमिटेड को झारखंड में हवाई अड्डे के विकास के लिये संयुक्त उद्यम कंपनी बनाया गया था। इसके लिये राज्य सरकार को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को भार मुक्त भूमि उपलब्ध करानी थी।
- इस संबंध में पर्यावरण मूल्यांकन समिति ने पाया कि प्रस्तावित स्थल जंगलों में पड़ता है तथा बड़ी संख्या में हाथियों का निवास स्थान है तथा यह स्थान हाथी गलियारे के रूप में जाना जाता है। प्रस्तावित स्थल हवाई अड्डे के विकास के लिये उपयुक्त नहीं है।
- राज्य सरकार द्वारा एएआई को कोई ज़मीन नहीं सौंपी गई तथा साथ ही वन मंजूरी भी प्राप्त नहीं हुई। इसके कारण प्राधिकरण ने धालभूमगढ़ एयरपोर्ट लिमिटेड को बंद करने का निर्णय लिया है।
- विदित है कि धालभूमगढ़ में द्वितीय विश्वयुद्ध काल के एयरपोर्ट को चालू करने के लिये रघुवर दास सरकार ने पहल की थी। एयरपोर्ट का भूमि पूजन 24 जनवरी, 2019 को किया गया था।
- केंद्र सरकार द्वारा एयरपोर्ट के लिये 100 करोड़ की राशि भेजने के बाद भी 4 साल में एक ईंट तक नहीं जुड़ी है। राज्य सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से अनापत्ति नहीं मिलने के कारण काम अधर में अटका हुआ था।