झारखंड
सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड को मिला सुरक्षा और स्थिरता श्रेणी में कोयला मंत्री पुरस्कार 2021-22
- 19 Aug 2022
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चर्चा में क्यों?
18 अगस्त, 2022 को नई दिल्ली में आयोजित समारोह में कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की झारखंड स्थित सहायक कंपनी सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) को 2021-22 के कोयला मंत्री पुरस्कार में सुरक्षा श्रेणी में द्वितीय और स्थिरता श्रेणी में तृतीय पुरस्कार मिला।
प्रमुख बिंदु
- केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विभिन्न श्रेणियों में कोयला मंत्री पुरस्कार, 2021-22 प्रदान किये।
- प्रह्लाद जोशी ने कोयला सचिव अनिल कुमार जैन और सीआईएल के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल की उपस्थिति में सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के सीएमडी पी. एम. प्रसाद को ट्रॉफी प्रदान की।
- पिछले वर्ष पहली बार शुरू किये गए ये पुरस्कार तीन श्रेणियों- सुरक्षा (safety), उत्पादन एवं उत्पादकता (production & productivity) और निरंतरता (sustainability) में प्रदान किये गए थे।
- इन पुरस्कारों के दायरे में विस्तार करते हुए इस वर्ष गुणवत्ता (quality) और ईआरपी कार्यान्वयन (ERP implementation) की दो नई अतिरिक्त श्रेणियाँ जोड़ी गई हैं। एक अन्य पहलू के रूप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रों के महाप्रबंधकों (General Managers) को भी इस वर्ष चार उप-श्रेणियों में सम्मानित किया गया।
- पाँच श्रेणियों में दिये गए पुरस्कारों में से महानदी कोल फील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) ने तीन श्रेणियों, अर्थात् ‘सुरक्षा’, ‘उत्पादन एवं उत्पादकता’और ‘गुणवत्ता’में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। ‘निरंतरता’श्रेणी में प्रथम पुरस्कार जहाँ वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (डब्ल्यूसीएल) को मिला, वहीं नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने ‘ईआरपी के कार्यान्वयन’में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया।
- गौरतलब है कि सीसीएल की स्घ्थापना (सर्वप्रथम एनसीडीसी लिमिटेड) 1 नवंबर, 1975 को सीआईएल की पाँच सहायक कंपनियों में से एक सहायक कंपनी के रूप में हुई थी। सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड वर्ष 2007 से कैटेगरी 1 मिनीरत्न कंपनी है।
- सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड ने स्थापना के बाद से पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 68.8 मिलियन टन (एमटी) का उच्चतम उत्पादन और 71.8 मिलियन टन (एमटी) का प्रेषण दर्ज किया है।
- उल्लेखनीय है कि कोल इंडिया लिमिटेड कोयला हेतु देश की प्रथम नियंत्रक कंपनी है। शुरुआत में इसकी पाँच सहायक कंपनियाँ थीं, जबकि अभी सीआईएल की आठ सहायक कंपनियाँ हैं।
- कोल इंडिया लिमिटेड राज्य के स्वामित्व वाली कोयला खनन निगम नवंबर, 1975 को अस्तित्व में आया। अपनी स्थापना के वर्ष में 79 मिलियन टन (एमटी) का साधारण उत्पादन करने वाली कोल इंडिया लिमिटेड आज (11 अगस्त, 2022 तक) 224 मिलियन टन (एमटी) के उत्पादन के साथ दुनिया की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक तथा 2,48,550 (1 अप्रैल, 2022 के अनुसार) की जनशक्ति के साथ सबसे बड़ी कॉर्पोरेट नियोक्ता में से एक है।
- भारत के आठ राज्यों में फैली सीआईएल, अपनी अनुषंगी कंपनियों के 84 खनन क्षेत्रों में माध्यम से प्रचालनरत् है। कोल इंडिया लिमिटेड की 318 खदानें हैं (1 अप्रैल, 2022 के अनुसार), जिनमें से 141 भूमिगत, 158 खुली खदानें और 19 मिश्रित खदानें हैं। सीआईएल के 21 प्रशिक्षण संस्थान और 76 व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र भी हैं।