ब्राज़ील के सहयोग से हिसार में पशुओं की नस्ल सुधार के लिये उत्कृष्टता केंद्र खोला जाएगा | 20 Jul 2022
चर्चा में क्यों?
19 जुलाई, 2022 को हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण और पशुपालन एवं डेयरी मंत्री जे.पी. दलाल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि हरियाणा के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने एवं पशुओं की नस्ल सुधार के लिये हिसार में ब्राज़ील के सहयोग से उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- मंत्री जे.पी. दलाल ने कहा कि स्वदेशी नस्ल की गायों के विकास हेतु एम्ब्रापा, ब्राज़ील के सहयोग से हरियाणा में उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की जाएगी। ब्राज़ीलियन एसोसिएशन ऑफ जेबू ब्रीडर्स (एबीसीजेड) से गिर जर्मप्लाज़्म (वीर्य/भ्रूण) का आयात किया जाएगा।
- इसके अलावा ब्राज़ील की एक ज़ीनोमिक्स कंपनी एल्टा जेनेटिक्स को गुणवत्ता वाले मुर्राह जर्मप्लाज़्म के निर्यात की संभावनाएँ तलाशी जाएंगी।
- हरियाणा में कृषि क्षेत्र में व्यापार के अवसर तलाशने हेतु इंडो-ब्राज़ीलियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों को निमंत्रण दिया गया है। राज्य में डेयरी विकास एवं देसी पशु नस्लों के सुधार के क्षेत्र में पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंधों को और अधिक मज़बूत करने के अलावा एम्ब्रायो ट्रांसफर टेक्नोलोजी (ईटीटी) और इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) जैसी प्रौद्योगिकियों का संयुक्त अनुसंधान और आदान-प्रदान भी होगा।
- मंत्री ने कहा कि पशुओं के आहार में प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाने के लिये कनाडा की कंपनी द्वारा राज्य में एक सेंटर भी खोला जाएगा, जिसके तहत इस कंपनी का एक प्रतिनिधिमंडल ज़ल्द ही हरियाणा का दौरा करेगा और उसके पश्चात् एक समझौता ज्ञापन होगा।
- अपने ब्राज़ील दौरे के संबंध में जानकारी देते हुए मंत्री जे.पी. दलाल ने बताया कि वर्ष 1911 में भावनगर के राजा ने गिर नस्ल की गायों को दानस्वरूप ब्राज़ील को दिया था और उसके बाद ब्राज़ील ने इन गायों की नस्ल सुधार में काम किया गया।
- गौरतलब है कि ब्राज़ील में गिर गाय की नस्ल में सुधार कर गिरलैंडो नस्ल को तैयार किया गया है, जो औसतन 15 लीटर दूध देती है, जिसमें 99 प्रतिशत जेनेटिक्स भारत की गिर गाय के पाए जाते हैं।