उत्तराखंड में जल्द ही गर्भवती महिलाओं को बर्थ वेंटिग होम की सुविधा | 27 Mar 2023
चर्चा में क्यों?
25 मार्च, 2023 को उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि प्रदेश में मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं को प्रसव की संभावित तिथि से पूर्व बर्थ वेटिंग होम की सुविधा उपलब्ध कराने के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है।
प्रमुख बिंदु
- बर्थ वेटिंग होम की सुविधा प्रदेश के सभी 13 जनपदों में स्थापित वन स्टॉप सेंटर व कामकाजी महिला छात्रावास में की जाएगी।
- राज्य में 1 माह से 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों में कुपोषण की समस्या को कम करने के लिये सीमांत ज़िला पिथौरागढ़ में पोषण पुनर्वास केंद्र स्थापित किया जाएगा। इस केंद्र में कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों को भर्ती कर मानकों के अनुसार पोषण चिकित्सा की देखभाल प्रदान की जाएगी।
- स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत विभिन्न योजनाओं के लिये 150 करोड़ की बजट की मंजूरी दी है।
- योजना के तहत दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाली गर्भवती महिलाओं को चिकित्सकीय देखभाल समय पर प्राप्त होगी। साथ ही प्रसव से पूर्व गर्भवती महिलाओं को सहूलियत होगी। होम डिलीवरी को संस्थागत प्रसव में प्रोत्साहित करने के लिये पर्वतीय जनपदों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बर्थ वेटिंग होम का इस्तेमाल किया जाएगा।
- स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल ज़िले में मोबाइल टीबी वैन शुरू की जाएगी, जिसमें जाँच के लिये एक्सरे व ट्रूनेट मशीन स्थापित होंगी।
- अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी को मोबाइल एक्सरे के साथ मोबाइल मेडिकल यूनिट में सहमति दी गई। इससे टीबी के मरीजों की स्क्रीनिंग करने में आसानी होगी। मोतियाबिंद की स्क्रीनिंग के लिये टिहरी व पिथौरागढ़ ज़िले में मोबाइल वेन की सुविधा उपलब्ध कराए जाने की स्वीकृति मिली है।
- एएनएम और सामुदायिक चिकित्सा अधिकारी को बेसिक लाइफ सपोर्ट का प्रशिक्षण दिया जाएगा। चमोली ज़िले में एनएचएम ऑफिस एवं प्रशिक्षण हॉल की स्वीकृति दी गई है।
- मरीजों को पर्ची बनाने के लिये लंबी कतार से छुटकारा देने के लिये 14 अस्पतालों में कतार प्रबंधन व्यवस्था शुरू की जाएगी। इसमें मरीजों को टोकन दिया जाएगा, जिससे उन्हें लाइन में खड़ा न होना पड़े। इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भूपतवाला में खाली पदों को एनएनएम के माध्यम से भरा जाएगा।