बिहार जाति आधारित सर्वेक्षण का पोर्टल लॉन्च | 24 Jan 2023
चर्चा में क्यों?
23 जनवरी, 2022 को बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी द्वारा बिहार जाति आधारित सर्वेक्षण पोर्टल को लॉन्च किया गया। यह पोर्टल जातीय सर्वेक्षण कार्य में सभी प्रकार के डिजिटल प्रबंधन के लिये उपयोगी होगा।
प्रमुख बिंदु
- बिहार में हो रही जाति गणना के पहले चरण का कार्य पूरा हो चुका है। प्रथम चरण में एकत्रित किये गए सभी आँकड़ों को अब इस पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा और ये आँकड़े मोबाइल एप पर द्वितीय गणना के समय प्रगणक और पर्यवेक्षकों को उपलब्ध होंगे। इसी के आधार पर दूसरे चरण की गणना होगी।
- जाति गणना के पहले चरण में राज्य भर में करीब दो करोड़ 58 लाख 90 हज़ार 497 परिवारों तक गणना कर्मियों ने पहुँच कर मकानों की नंबरिंग की।
- पहले चरण में परिवार के मुखिया का नाम और वहाँ रहने वाले सदस्यों की संख्या को अंकित किया गया था। सात जनवरी से शुरू हुए पहले चरण की जाति गणना में पाँच लाख 18 हज़ार से अधिक कर्मी लगाए गए थे।
- दूसरे चरण में एक से 30 अप्रैल तक जाति की गणना की जाएगी। इस चरण में लोगों से 26 प्रकार की जानकारी ली जाएगी। राज्य के बाहर रहने वाले लोगों के नाम भी दर्ज किये जाएंगे।
- जाति गणना के लिये टोला सेवक, तालिमी मरकज, ममता, आशा कार्यकर्त्ता, जीविका दीदियाँ, शिक्षक, कृषि समन्वयक, मनरेगा कर्मी, रोज़गार सेवक और विकास मित्र को जिम्मेवारी दी गई है।