छत्तीसगढ़
मत्स्य पालन के लिये मिला बेस्ट इनलैंड स्टेट का पुरस्कार
- 19 Nov 2022
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चर्चा में क्यों?
18 नवंबर, 2022 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार देश में मत्स्यपालन के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ को बेस्ट इनलैंड स्टेट पुरस्कार के लिये चुना गया है। छत्तीसगढ़ को यह पुरस्कार केंद्रशासित प्रदेश दमन में 21 नवंबर को दिया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- मत्स्य पालन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार यह पुरस्कार विश्व मत्स्य दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड द्वारा दिया जाता है।
- विदित है कि राज्य में मत्स्य उद्योग एक मत्स्य पालन आधारित है, जिसमें ‘मेजर कार्प’ मत्स्य की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। राज्य के 91,928 तालाब (094 लाख हेक्टेयर) कल्चर फिशरीज का मुख्य आधार हैं। इसका 92 प्रतिशत जलक्षेत्र मत्स्य पालन के अंतर्गत है।
- प्रदेश में वर्ष 2020-21 में 77 लाख टन मत्स्योत्पादन हुआ, जो वर्ष 2007-08 में 1.39 लाख टन था। वर्ष 2007-08 से 2020-21 तक मत्स्य उत्पादन में कुल वृद्धि 315 प्रतिशत दर्ज की गई।
- मत्स्य पालन को लेकर किसानों में रुचि बढ़ी है। एक तरफ जहाँ 2012-13 में कम संख्या में किसानों ने मत्स्य पालन के लिये तालाब बनाने हेतु शासन की मदद ली थी, वहीं बीते कुछ वर्षों में हज़ारों की संख्या में लोगों ने इसमें रुचि दिखाई है।
- वर्तमान में प्रदेश के 20 लाख व्यक्ति मत्स्य पालन में संलग्न हैं एवं 318 लाख मानव दिवस रोज़गार सृजन हो रहा है।
- राज्य में 88,671 ग्रामीण तालाब जलक्षेत्र 094 हेक्टेयर तथा 1,770 सिंचाई जलाशय 0.826 लाख हेक्टेयर जलक्षेत्र, कुल 1.920 लाख हेक्टेयर जलक्षेत्र मछली पालन हेतु 2021-22 में उपलब्ध है। वर्ष 2021-22 तक उपलब्ध जलक्षेत्र में से 1.812 लाख हेक्टेयर जलक्षेत्र, ग्रामीण तालाब 1.011 लाख एवं सिंचाई जलाशय 0.801 लाख हेक्टेयर जलक्षेत्र मत्स्य पालन के अंतर्गत लाया जा चुका है।
- गौरतलब है कि मत्स्य विभाग प्रदेश के ग्रामीण लोगों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिये तकनीकी मार्गदर्शन देते हुए प्रशिक्षण देने का काम कर रहा है। मछली बीज भी उपलब्ध कराता है। शासन की योजनाएँ आज गाँव के स्वरूप को नई आकृति प्रदान कर रही हैं।