राज्य में 5 से 6 वर्ष के बच्चों के लिये शुरू होगी ‘बालवाड़ी’योजना | 19 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
18 फरवरी, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य के 6536 स्कूलों के परिसर में, जहाँ आंगनवाड़ियाँ संचालित हैं, वहाँ अब ‘बालवाड़ी’भी प्रारंभ की जाएंगी।
प्रमुख बिंदु
- यह ‘बालवाड़ी’प्री-स्कूल की तरह संचालित होंगी, जहाँ 5 से 6 वर्ष के आयु समूह के बच्चों को शैक्षणिक एवं खेल के माध्यम से शिक्षा मिलेगी।
- राज्य शासन का यह निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है। ‘बालवाड़ी’नाम से संचालित होने वाली इस योजना के माध्यम से शैक्षणिक वर्ष 2022-23 में 68 हज़ार 54 बच्चे लाभान्वित होंगे।
- ‘बालवाड़ी’के संचालन के लिये बच्चों की सामग्री ‘बालवाटिका’तैयार की जा चुकी है। शिक्षकों की प्रशिक्षण की तैयारी कर ली गई है। बालवाड़ी का संचालन स्कूल परिसर में भोजन अवकाश के पूर्व दो घंटे किया जाएगा।
- इन स्थानों पर इस योजना को संचालित किये जाने से शालापूर्व ही बच्चों में बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान को बेहतर करने के लिये आधार प्राप्त होगा, जो प्राथमिक स्तर में बच्चों के शैक्षणिक स्तर को सुधारने में नींव का पत्थर साबित होगा।
- राज्य के 5-6 वर्ष के आयु समूह के 3 लाख 23 हज़ार 624 विद्यार्थियों में से 68 हज़ार 54 विद्यार्थी इसी सत्र (2022-23) से लाभान्वित होंगे।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा 26 जनवरी, 2022 को गणतंत्र दिवस पर जनता के नाम अपने संदेश में ‘बालवाड़ी’के संचालन की घोषणा की गई थी, उसी के अनुरूप यह योजना शुरू की जा रही है।
- प्रदेश में कुल प्राथमिक स्कूलों की संख्या 30 हज़ार 574 और आंगनवाड़ी केंद्रों की संख्या 52 हज़ार 474 है। ऐसे आंगनवाड़ी केंद्र, जो स्कूल परिसर में ही स्थित हैं, उनकी संख्या 6 हज़ार 536 है। इन स्थानों पर तत्काल बालवाड़ी के नाम से 5-6 वर्ष के बच्चों के लिये शैक्षणिक और खेल के माध्यम से प्री-स्कूल प्रारंभ किये जाने हैं। आगामी समय में चरणवार योजना का विस्तार किया जाएगा।