हरियाणा
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के बाजरा अनुभाग को दूसरी बार राष्ट्रीय स्तर पर मिला सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान केंद्र अवॉर्ड
- 31 Jul 2023
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चर्चा में क्यों?
29 जुलाई, 2023 को हरियाणा के चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, (सीसीएचएयू) हिसार के बाजरा अनुभाग को बाजरा में उत्कृष्ट अनुसंधानों के लिये लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2022-23 का सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान केंद्र अवॉर्ड प्रदान किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली की हैदराबाद में आयोजित हुई अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना की 58वीं वार्षिक समूह बैठक में परिषद के सहायक की ओर से यह अवॉर्ड प्रदान किया गया।
- उल्लेखनीय है कि विभाग को अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना की गत वर्ष हुई 57वीं वार्षिक समूह बैठक में भी यह अवॉर्ड मिला था।
- चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के बाजरा अनुभाग ने हाल ही के वर्षों में बाजरा की उन्नत किस्मों के विकास, बाजरा में नए रोग कारकों की पहचान, बाजरा के संकर बीज उत्पादन व व्यवसायीकरण में बहुत सराहनीय कार्य किए हैं।
- विभाग द्वारा बाजरा की उच्च लौह तत्त्व युक्त दो बायोफोर्टिफाइड (दोनों में लौह तत्त्व 73, 83 पीपीएम) संकर किस्में, एचएचबी 299 व एचएचबी 311 के विकास के साथ हाल ही में यहाँ विकसित की गई।
- इस विभाग के पौध रोग वैज्ञानिक ने बाजरा में तना गलन रोग और ज्वार में क्लेबसिएला लीफ स्ट्रीफ रोग व उनके कारक जीवाणुओं की विश्व में पहली बार पहचान की थी, जिसको अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिल चुकी है।
- इस उपलब्धि का भी विभाग को यह अवॉर्ड मिलने में अहम योगदान रहा है। उनके अनुसार बाजरा की सस्य क्रियाओं के अंतर्गत पोटाश व अन्य सूक्ष्म तत्त्वों के प्रबंधन के कार्य को भी राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है।