झारखंड के हर ज़िले में बनेगा 10 बेड का आयुष हॉस्पिटल | 23 Sep 2022
चर्चा में क्यों?
22 सितंबर, 2022 को झारखंड आयुष विभाग के निदेशक ने सभी ज़िला आयुष पदाधिकारियों को पत्र भेजकर सभी ज़िलों में 10-10 बेड वाला आयुष हॉस्पिटल का निर्माण करने का निर्देश दिया।
प्रमुख बिंदु
- एलोपैथी चिकित्सा पद्धति (Allopathic System of Medicine) की तर्ज़ पर राज्य में अब आयुर्वेद के सहारे मरीज़ों का इलाज होगा। इसके लिये इनडोर आयुर्वेद हॉस्पिटल (Indoor Ayurveda Hospital) का निर्माण होगा।
- 10-10 बेड के अस्पताल राज्य के सभी 24 ज़िले में बनेंगे। फिलहाल इस हॉस्पिटल में 10 बेड की सुविधा उपलब्ध होगी। इससे मरीज़ों को इलाज की सुविधा मिलेगी। कुल 25 डिसमिल ज़मीन पर आयुष अस्पताल का निर्माण किया जाएगा।
- इस संबंध में आयुष विभाग के निदेशक ने सभी ज़िला आयुष पदाधिकारियों को पत्र भेजकर इस पर अमल करने को कहा है। पत्र में कहा गया है कि देसी चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने और मरीज़ों को देश की प्राचीन चिकित्सा पद्धति से लाभ दिलाने के लिये ज़रूरतमंद मरीज़ को आयुष अस्पताल में भर्ती कराकर आयुष चिकित्सा पद्धति से नो साइड इफेक्ट वाला इलाज किया जाएगा।
- आयुष चिकित्सा के लिये अब तक आउटडोर सुविधा रही है। 10 बेड वाले आयुष अस्पताल उपलब्ध हो जाने के बाद अब मरीज़ों को इंडोर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराते हुए अस्पताल में भर्ती कर आयुष चिकित्सा पद्धति से इलाज कराया जा सकेगा।
- गौरतलब है कि कोरोना काल सहित आए दिन पनप रहे विभिन्न रोगों को देखते हुए जननी भारत वर्ष सहित लगभग पूरे विश्व का झुकाव आयुष, विशेषकर प्राकृतिक चिकित्सा आयुर्वेद की ओर हुआ है, जिसमें आयुष चिकित्सा की तीनों विंग आयुर्वेदिक चिकित्सा, होम्योपैथिक चिकित्सा और यूनानी चिकित्सा पद्धति को नो साइड इफेक्ट वाला बताया गया है।