लखनऊ में एशिया की पहली पैथोजेन रिडक्शन मशीन का लोकार्पण | 29 Oct 2022
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में थोरेसिक सर्जरी और वेस्कुलर सर्जरी विभाग के साथ ट्रांसफ्यूज़न मेडिसिन विभाग में एशिया की पहली पैथोजेन रिडक्शन मशीन का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि रक्त की अनेक अशुद्धियाँ ऐसी होती हैं, जो अधिसंख्य जाँचों में पकड़ में नहीं आती हैं और इस अशुद्ध रक्त के किसी मरीज़ को चढ़ाए जाने पर उसे सेप्सिस जैसे संक्रमण हो सकते हैं।
- इस संक्रमण से बचाव हेतु एशिया की पहली पैथोजेन मशीन शुरू की गई है, जो केवल 15 मिनट में 4 यूनिट रक्त की अशुद्धियों को दूर कर सकती है।
- इस मशीन से प्लेटलेट्स और प्लाज्मा में शुरुआती दौर में हुए किसी भी प्रकार के संक्रमण को समाप्त किया जा सकता है, जो अंग प्रत्यारोपण अथवा कमज़ोर इम्यूनिटी वाले मरीज़ों के लिये बेहद लाभदायक साबित होगी।
- डेंगू, स्वाइन फ्लू, चिकनगुनिया, साइटोमैगिलो वायरस समेत लगभग 200 ऐसे बैक्टीरिया, फंगस, प्रोटोजोआ आदि रक्तदाता के रक्त में रह सकते हैं और रक्तग्राही के रक्त में जाकर संक्रमण पैला सकते हैं। यह मशीन इन्हीं संक्रमण को समाप्त कर सकती है।
- केजीएमयू के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की अध्यक्ष डॉ. तूलिका चंद्रा के अनुसार पेथोजेन की किट में चार अलग-अलग ब्लड यूनिट को रखा जाता है, जो रक्त यूनिट में अल्द्रवायलेट इम्यूमिनेटर के द्वार 10-15 मिनट में ही रक्त के सभी प्रकार के जीवाणु को हटाकर रक्त यूनिट को पूरी तरह शुद्ध करती है।