मध्य प्रदेश
एशिया का पहला कागज़ कारखाना फिर से शुरू
- 25 Aug 2022
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चर्चा में क्यों?
23 अगस्त, 2022 को केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्रनाथ पांडे ने बुरहानपुर स्थित एशिया की पहली कागज़ मिल नेपा लिमिटेड का लोकार्पण किया। इसे सात साल बाद पुन: शुरू किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि 2015 में रिनोवेशन के लिये इसे पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। केंद्र सरकार से मिले करीब 469 करोड़ रुपए के रिवाइवल पैकेज से मिल का नवीनीकरण किया गया है।
- पहले मिल की उत्पादन क्षमता 88 हज़ार मीट्रिक टन प्रतिवर्ष थी, जिसे अब बढ़ाकर 1 लाख मीट्रिक टन प्रति वर्ष से अधिक कर दिया गया है। यहाँ आधुनिक मशीनें लगाई गई हैं।
- यहाँ दो प्रकार का कागज़ तैयार होगा। पहला न्यूज़ प्रिंट, जो 44-45 जीएसएम का होगा। यह वेस्टेज कागज से लुगदी बनाकर तैयार किया जाएगा तो वहीं दूसरा राइटिंग प्रिंटिंग पेपर होगा।
- उल्लेखनीय है कि नेपा लिमिटेड की शुरुआत 26 जनवरी, 1947 को नायर प्रेस सिंडिकेट लिमिटेड ने एक निजी उद्यम के रूप में की थी। न्यूज़ प्रिंट उत्पादन के लिये ‘द नेशनल न्यूज़ प्रिंट एंड पेपर मिल्स लिमिटेड’के नाम गठित यह कंपनी, 1981 तक भारत में एकमात्र न्यूज़ प्रिंट मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट थी।
- अक्तूबर 1949 में कंपनी के प्रबंधन को मध्य प्रांत और बरार (वर्तमान में मध्य प्रदेश) की तत्कालीन राज्य सरकार द्वारा अधिग्रहीत कर लिया गया। मिल में कमर्शियल उत्पादन शुरू होने के साथ ही, देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 26 अप्रैल, 1959 को इसे देश को समर्पित किया। 21 फरवरी, 1989 को कंपनी का नाम बदल कर नेपा लिमिटेड कर दिया गया।