छत्तीसगढ़
किडनी के मरीजों के लिये प्रदेश के नौ ज़िलों में नि:शुल्क डायलिसिस की व्यवस्था
- 29 Nov 2022
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चर्चा में क्यों?
28 नवंबर, 2022 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर किडनी के मरीजों के लिये प्रदेश के नौ ज़िलों में नि:शुल्क डायलिसिस की व्यवस्था कर दी गई है।
प्रमुख बिंदु
- राज्य सरकार की यह सेवा हर वर्ग के बीमार मरीजों को नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। अब तक प्रदेश में 13 हज़ार से अधिक नि:शुल्क डायलिसिस सेशन किये जा चुके हैं।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ द्वारा प्रदेश के नौ ज़िलों दुर्ग, कांकेर, कोरबा, बिलासपुर, जशपुर, सरगुजा, महासमुंद, बीजापुर और राजनांदगाँव में नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके लिये जशपुर, दुर्ग और कांकेर ज़िले में पाँच-पाँच, अंबिकापुर और महासमुंद में चार-चार, कोरबा में छह, बीजापुर में तीन और बिलासपुर में चार (सिम्स मेडिकल कॉलेज में तीन और बिलासपुर कोविड अस्पताल में एक) मशीन की स्थापना की गई है।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार जनता की सुविधा के लिये स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़ी कई योजनाओं का संचालन कर रही है। इन योजनाओं के माध्यम से आमजनों को सस्ती दर पर दवा और नि:शुल्क बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध हो रही हैं।
- किडनी की बीमारी के कारण जिन मरीजों को डायलिसिस कराना होता है उन्हें निजी अस्पतालों में एक बार डायलिसिस कराने के लिये एक हज़ार रूपए से 15 हज़ार रुपए तक खर्च करना पड़ता है। इसी को ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री ने किडनी की बीमारी से ग्रसित मरीजों के लिये प्रदेश के नौ ज़िलों में नि:शुल्क डायलिसिस की व्यवस्था करवाई है।
- प्रदेश में अब तक इन नौ ज़िला अस्पतालों में 13 हज़ार 798 नि:शुल्क डायलिसिस सेशन किये जा चुके हैं। इनमें से दुर्ग ज़िले में 4 हज़ार 885, कोरबा में 4 हज़ार 872, कांकेर में 4 हज़ार 230, बिलासपुर में 3 हज़ार 504, महासमुंद में 2 हज़ार 631, सरगुजा में एक हज़ार 390, बीजापुर में 942 और जशपुर में 675 से अधिक सेशन किये गए हैं।