आईसीएमआर श्वसन रोग अनुसंधान केंद्र की स्थापना को मंज़ूरी | 11 Aug 2021
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायपुर में साँस की गंभीर बीमारियों पर शोध के लिये एक केंद्र स्थापित करने को मंजूरी दे दी है।
प्रमुख बिंदु
- एम्स रायपुर में स्थापित होने वाला यह केंद्र देश में स्थापित किये जा रहे 20 केंद्रों में से एक होगा। इन केंद्रों को पल्मोनरी फाइब्रोसिस के आईसीएमआर नेटवर्क के रूप में नामित किया गया है।
- यह श्वसन प्रणाली को प्रभावित करने वाले रोगों के संबंध में विस्तृत आँकड़े एकत्रित कर चिकित्सा सुविधाओं को विकसित करने में मदद करेगा।
- केंद्र के प्रधान अन्वेषक नियुक्त किये गए डॉ. अजय कुमार बेहरा ने बताया कि यह पाँच साल का प्रोजेक्ट है।
- रायपुर एम्स का पल्मोनरी विभाग रोजाना 250 मरीजों की रिपोर्ट करता है। यह केंद्र कोविड-19 के बाद के रोगियों का डेटा एकत्र करने और उनके उपचार का विस्तार करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने में मदद करेगा।