बिहार
एंटी-फाइलेरिया अभियान
- 05 Nov 2022
- 2 min read
चर्चा में क्यों?
हाल ही में पटना समेत संपूर्ण बिहार में राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने फाइलेरिया (हाथीपाँव) को जड़ से समाप्त करने के लिये एंटी फाइलेरिया अभियान की शुरुआत की है।
प्रमुख बिंदु
- इस अभियान के अंतर्गत पूरे बिहार में 2 करोड़ 22 लाख 85 हज़ार 279 लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा की खुराक देने का लक्ष्य बनाया गया है। इसके साथ ही मलेरिया और कालाजार संचार परिसार भी जल्द ही शुरू किये जाएंगे।
- अधिकारियों के मुताबिक इस साल जुलाई में एंटी फाइलेरिया ड्राइव की शुरुआत की गई थी, शुरुआत में नवादा, समस्तीपुर, रोहतास, लखीसराय और नालंदा ज़िलों में इस अभियान के तहत फाइलेरिया रोधी दवाओं का वितरण किया गया था।
- अभियान में आशा कार्यकर्त्ताओं और स्थानीय सरकारी स्वास्थ्य कार्यकर्त्ताओं के माध्यम से पिछड़े गाँव और छोटे शहरों में हर घर में दवा उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है।
- उल्लेखनीय है कि लसीका फाइलेरिया उष्णकटिबंधीय रोगों में सबसे प्रचलित, लेकिन सबसे उपेक्षित बीमारियों में से एक है, जो इंसान को दुर्बल बनाने के साथ गंभीर रूप से आर्थिक और सामाजिक नुकसान पहुँचाती है। यह एक मच्छरजनित बीमारी है।