कुनो राष्ट्रीय उद्यान में एक और चीते की मृत्यु | 28 Aug 2024
चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश के वन अधिकारियों के अनुसार, कुनो राष्ट्रीय उद्यान में एक और चीते की मृत्यु हो गई है। मृत्यु का प्रारंभिक कारण डूबना लग रहा है।
मुख्य बिंदु
- यह दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से भारत में स्थानांतरित किये गए 20 चीतों में से आठवें चीते की मृत्यु है।
- अधिकांश चीते फिलहाल विशेष बाड़ों में हैं और आशा है कि मानसून का मौसम समाप्त होने के बाद उन्हें अक्तूबर से वन में छोड़ दिया जाएगा।
- बताया जा रहा है कि सभी जानवरों पर रेडियो कॉलर के ज़रिये निगरानी रखी जा रही है और उनकी गतिविधियों पर भी नज़र रखी जा रही है।
कुनो राष्ट्रीय उद्यान
- मध्य प्रदेश के श्योपुर ज़िले में स्थित कुनो राष्ट्रीय उद्यान नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से स्थानांतरित किये गए कई चीतों का पर्यावास है।
- भारत में प्रोजेक्ट चीता औपचारिक रूप से 17 सितंबर, 2022 को शुरू हुआ, जिसका उद्देश्य चीतों की संख्या को बहाल करना है, जिन्हें वर्ष 1952 में देश में विलुप्त घोषित कर दिया गया था।
रेडियो कॉलर
- रेडियो कॉलर का उपयोग जंगली जानवरों पर नज़र रखने और निगरानी रखने के लिये किया जाता है।
- इनमें एक कॉलर और एक छोटा रेडियो ट्रांसमीटर लगा होता है।
- कॉलर पशु व्यवहार, प्रवास और जनसंख्या गतिशीलता पर डेटा प्रदान करते हैं।
- अतिरिक्त जानकारी के लिये इन्हें GPS या एक्सेलेरोमीटर के साथ जोड़ा जा सकता है।
- कॉलर को पशुओं के लिये हल्का (कम वज़न का) और आरामदायक बनाया गया है।