मध्य प्रदेश
मिंटो हॉल का नाम बदलने की घोषणा
- 27 Nov 2021
- 2 min read
चर्चा में क्यों?
26 नवंबर, 2021 को आयोजित हुई भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल स्थित चर्चित ऐतिहासिक भवन मिंटो हॉल का नाम भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संस्थापक सदस्य स्वर्गीय कुशाभाऊ ठाकरे के नाम पर करने की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- इससे पूर्व मिंटो हॉल का नाम बदलकर डॉक्टर हरिसिंह गौर करने की मांग उठी थी। भारत की आज़ादी के बाद और मध्य प्रदेश के बनने के बाद इस बिल्डिंग का इस्तेमाल राज्य विधानसभा हॉल के तौर पर होता था। वर्ष 2018 में इस हॉल को कन्वेंशन सेंटर के रूप में बदल दिया गया था। इसमें रेस्टोरेंट और बार भी हैं।
- ज्ञातव्य है कि मिंटो हॉल को साल 1909 में नवाब सुल्तान जहान बेगम ने बनवाया था। बताया जाता है कि जहान बेगम भोपाल की अंतिम बेगम थीं। उन्होंने इस हॉल का नाम ‘मिंटो हॉल’लॉर्ड मिंटो को सम्मान देने के लिये रखा था।
- कुशाभाऊ ठाकरे का जन्म 15 अगस्त, 1922 में मध्य प्रदेश के धार ज़िले में हुआ था। उनकी शिक्षा-दीक्षा भी ग्वालियर और धार में हुई थी।
- सन् 1942 से कुशाभाऊ ठाकरे संघ से जुड़े। वह 1942 में नीमच के प्रचारक बने थे और 1956 में जनसंघ के गठन के बाद संगठन सचिव बने। वर्ष 1977 में ठाकरे मध्य प्रदेश जनता पार्टी के अध्यक्ष रहे तथा वर्ष 1998 से 2000 तक भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रहे। 28 दिसंबर, 2003 को कुशाभाऊ ठाकरे का निधन हो गया।