उत्तराखंड में जानवरों के हमले | 30 Dec 2023
चर्चा में क्यों?
वन विभाग के आँकड़ों के अनुसार वर्ष 2023 में बाघों और तेंदुओं से जुड़े मानव-वन्यजीव संघर्ष में 43 मौतें देखी गईं।
मुख्य बिंदु:
- भारतीय वन्यजीव संरक्षण सोसायटी (WPSI) ने वर्ष 2023 के दौरान देश में 204 मौतों का आँकड़ा जारी किया है।
- जनवरी 2000 से दिसंबर 2023 तक, तेंदुए और बाघ के हमलों में कुल 551 लोगों की जान चली गई और 1,833 से अधिक लोग घायल हो गए।
- देश के 53 बाघ अभयारण्यों में से कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व (CTR) में बाघों की सबसे अधिक संख्या 260 बताई गई है।
- वर्ष 2018 में बताए गए आँकड़ों की तुलना में उत्तराखंड में बाघों की आबादी 442 से बढ़कर 560 हो गई है। उत्तराखंड में तेंदुओं की अनुमानित संख्या 3,115 है।
- जून 2001 के बाद से, कुल 1,663 तेंदुओं की मौत दर्ज की गई है, जिनमें से कई अन्य कारणों के अलावा दुर्घटनाओं या अंतर-प्रजाति संघर्षों के कारण हुई हैं।