आमागढ़ लेपर्ड रिज़र्व | 23 May 2022
चर्चा में क्यों?
22 मई, 2022 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अंतर्राष्ट्रीय जैव-विविधता दिवस पर मुख्यमंत्री निवास से आमागढ़ लेपर्ड रिज़र्व का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- अरावली पर्वत श्रृंखलाओं पर स्थित आरक्षित वन खंड आमागढ़ 1524 हेक्टेयर में फैला हुआ वन क्षेत्र है। प्रदेश के पहले लेपर्ड रिज़र्व झालाना व नाहरगढ़ अभयारण्य के मध्य में स्थित होने के कारण यह वन्य जीव संरक्षण एवं कॉरिडोर विकास की दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।
- इस वन क्षेत्र में लगभग 15 लेपर्ड हैं, इसके अलावा माँसाहारी वन्य जीवों में मुख्यत: हायना, जैकाल, जंगली बिल्ली, लोमड़ी व सीवेट कैट हैं। शाकाहारी वन्य प्राणियों में साँभर, नीलगाय, खरगोश आदि वन्य प्राणी हैं।
- यह वन क्षेत्र एक उष्णकटिबंधीय, मिश्रित/पतझड़ /मानसूनी वन क्षेत्र है। यहाँ मुख्यत: रेतीले प्लेन एरिया में टोटलिस, कुमठा, खेजड़ी पहाड़ी की ढलान पर धौंक, सालर, गोया खैर आदि वनस्पतियाँ मौजूद हैं।
- गौरतलब है कि विभाग द्वारा प्रोजेक्ट लेपर्ड के तहत वन्य जीव संरक्षण के क्षेत्र में किये गए प्रयासों के फलस्वरूप वर्ष 2017 के पश्चात् झालाना लेपर्ड रिज़र्व में लगातार लेपर्ड्स की संख्या बढ़ती जा रही है। वर्ष 2018 में जहाँ लेपर्ड्स की संख्या करीब 20 थी, वहीं वर्तमान में संपूर्ण क्षेत्र में लेपर्ड्स की कुल संख्या करीब 40 है।