अल्मोड़ा के लक्ष्यसेन को मिला अर्जुन अवॉर्ड | 01 Dec 2022
चर्चा में क्यों?
30 नवंबर, 2022 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में उत्तराखंड के अल्मोड़ा निवासी शटलर लक्ष्य सेन को अजुर्न अवॉर्ड से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने समारोह में खेल और साहसिक पुरस्कार 2022 प्रदान किये। इन पुरस्कारों में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार-2022; द्रोणाचार्य पुरस्कार-2022; अर्जुन पुरस्कार-2022; ध्यानचंद पुरस्कार-2022; तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार-2021; राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार-2022 और मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ट्रॉफी-2022 शामिल हैं।
- लक्ष्य सेन का जन्म 16 अगस्त, 2001 को अल्मोड़ा के तिलकपुर वार्ड में हुआ था। लक्ष्य सेन ने चार साल की छोटी सी उम्र से बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था।
- लक्ष्य के पिता डीके सेन भारतीय खेल प्राधिकरण में बैडमिंटन कोच रहे हैं और वर्तमान में प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन एकेडमी बंगलुरु में प्रशिक्षण दे रहे हैं।
- लक्ष्य सेन अब तक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 26 पदक जीत चुके हैं। इनमें से 16 स्वर्ण पदक हैं। लक्ष्य सेन के बड़े भाई चिराग सेन भी अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। चिराग जूनियर राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप और जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में नंबर दो रह चुके हैं।
- लक्ष्य ने अर्जुन अवार्ड अपने दादा स्व. सीएल सेन को समर्पित किया। लक्ष्य के दादा स्व. सीएल सेन बैडमिंटन के बेहतरीन खिलाड़ी थे। अपने समय में उन्होंने वेटरन में राज्य और राष्ट्रीय स्तर की कई प्रतियोगिताएँ जीतीं थीं। उन्होंने अल्मोड़ा में बैडमिंटन खेल को बढ़ावा दिया था। अल्मोड़ा में उन्हें बैडमिंटन का भीष्म पितामह के नाम से भी जाना जाता है।