मध्य प्रदेश
अखिल भारतीय कालिदास समारोह-2022 का शुभारंभ
- 07 Nov 2022
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चर्चा में क्यों?
4 नवंबर, 2022 को राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने देव प्रबोधिनी एकादशी पर सातदिवसीय अखिल भारतीय कालिदास समारोह-2022 का शुभारंभ किया। यह समारोह 4 नवंबर, 2022 से 10 नवंबर, 2022 तक आयोजित किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- इस समारोह का शुभारंभ कालिदास संस्कृत अकादमी के पं. सूर्यनारायण व्यास संकुल सभागृह में विक्रम विश्वविद्यालय और कालिदास संस्कृत अकादमी मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद के तत्वावधान में हुआ।
- इस समारोह में पद्मभूषण बुधादित्य मुखर्जी (सितारवादन), पद्मश्री डॉ.पुरू दाधीच (कथक नृत्य), वासुदेव कामथ (चित्रकला) और रंगकर्मी एवं प्रसिद्ध अभिनेता राजीव वर्मा को राज्य शासन के प्रतिष्ठित अलंकरण ‘राष्ट्रीय कालिदास सम्मान’से विभूषित किया गया। पहली बार यह चारों सम्मान कालिदास समारोह में दिये गए।
- राज्यपाल ने इस अवसर पर रघुवंशम् में लगी प्रदर्शनी तथा अश्विनी शोध संस्थान महिदपुर द्वारा लगाई गई सिक्कों की प्रदर्शनी का शुभारंभ कर अवलोकन किया। राज्यपाल ने परिसर में हथकरघा एवं हस्त शिल्प मेले का शुभारंभ किया।
- इस समारोह में उपस्थित अतिथियों द्वारा पुस्तक ‘दुर्वा’और ‘मेघदूत’के भोजपुरी अनुवाद एवं कालिदास राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी के ब्रॉशर का विमोचन किया गया।
- उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय कालिदास समारोह उज्जैन शहर में प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाने वाला एक सात दिवसीय समारोह है, जो कालिदास, वात्स्यायन, भर्तृहरि जैसे संस्कृत के साहित्यकारों से परिचित हैं और शिवमंगल सिंह सुमन, प्रभाकर माछवे, गजानन माधव मुक्तिबोध और पंडित सूर्य नारायण व्यास जैसे हिन्दी लेखकों की सराहना करते हैं।
- अखिल भारतीय कालिदास समारोह के दौरान कई नाटकों का मंचन किया जाता है, जो सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक आदि विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को दर्शाते हैं। भारतीय शास्त्रीय कार्यक्रमों में कुछ कलाकारों के अलावा कई दिग्गज भी प्रदर्शन करते हैं, जिनकी संगीत क्षेत्र में यात्रा अभी शुरू हुई है।
- विदित है कि भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 1958 में पहली बार इस समारोह का उद्घाटन किया था। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उज्जैन में द्वितीय अखिल भारतीय कालिदास समारोह का उद्घाटन करने का गौरव प्राप्त किया था।