मुख्यमंत्री को कृषि मंत्री ने अवार्ड सौंपा | 29 Mar 2023
चर्चा में क्यों?
28 मार्च, 2023 को मध्य प्रदेश के किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने मध्य प्रदेश को फार्म गेट एप के लिये दिल्ली में मिला अवार्ड मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंपा।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश को कंप्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया द्वारा राज्य सरकारों की प्रोजेक्ट केटेगरी में फॉर्म गेट एप के लिये 20वाँ सीएसआई-एसआईजी ई-गर्वेनेंस अवार्ड-2022 प्रदान किया गया है।
- यह एप एंड्रॉयड बेस्ड एप्लीकेशन है। इसे किसान अपने एंड्राइड मोबाइल पर निशुल्क डाउनलोड कर सकता है। इससे किसान अपनी मर्जी अनुसार अपनी उपज को अपने घर, खलिहान, गोदाम से विक्रय में सक्षम हुआ है।
- किसानों को अपनी उपज को मंडी में लाकर विक्रय करने के साथ-साथ घर बैठे अपनी उपज अपने दाम पर विक्रय की आजादी मिली है। मध्य प्रदेश ऐसा करने वाला देश में इकलौता राज्य है। उक्त प्रणाली को भारत सरकार द्वारा बहुत सराहा गया है।
- मध्य प्रदेश की कृषि उपज मंडी समितियों में संचालित एम.पी. फार्म गेट एप प्रदेश की 8 मंडियों भोपाल, हरदा, इंदौर, देवास, गुना, सागर, जबलपुर एवं सतना में 1 अगस्त, 2022 से पायलट के रूप में एंड्राइड एप के माध्यम से प्रारंभ किया गया। साथ ही 27 सितंबर, 2022 से उज्जैन मंडी को पायलट योजना में शामिल किया गया। एम.पी. फार्म गेट एप का मध्य प्रदेश की समस्त 259 कृषि उपज मंडी समितियों में संचालन किया जा रहा है।
- एमपी फार्म गेट एप का उपयोग कर 12981 कृषकों द्वारा 64 लाख क्विंटल विभिन्न कृषि उपज विक्रय किया गया है। फार्म गेट से किसानों से सीधा क्रय, पूर्व में सौदा पत्रक पोर्टल के माध्यम से अप्रैल 2021 में किया गया था। धीरे-धीरे इस एप का प्रयोग ज्यादातर किसानों द्वारा किया जाने लगा है। अब तक इस एप का उपयोग कर मंडी प्रांगण में 16 प्रतिशत तक की आवक हो चुकी है।