राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम व टीएचडीसी के बीच अक्षय ऊर्जा पार्क के लिये करार | 16 Apr 2022
चर्चा में क्यों?
15 अप्रैल, 2022 को राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम और टिहरी हाइड्रो डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन (टीएचडीसी) के बीच राजस्थान में 10 हज़ार मेगावाट क्षमता का मेगा अक्षय ऊर्जा पार्क विकसित करने हेतु ऋषिकेश में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस समझौता ज्ञापन पर राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम की ओर से तकनीकी निदेशक सुमित माथुर और टीएचडीसीआईएल की ओर से महाप्रबंधक हाइब्रिड एनर्जी बिजनेस संजय खेर ने हस्ताक्षर किये।
- इस एमओयू के अनुसार राजस्थान में नवीकरणीय ऊर्जा पार्क का क्रियान्वयन व विकास दोनों कंपनियों द्वारा गठित संयुक्त उपक्रम स्पेशल पर्पज ह्वीकल (एसपीवी) के माध्यम से किया जाएगा।
- इस नवीकरणीय ऊर्जा पार्क परियोजनाओं के निर्माण के दौरान लगभग 10,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोज़गार के अवसर भी सृजित होने की संभावना है।
- उल्लेखनीय है कि अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में टीएचडीसीआईएल द्वारा इस ऐतिहासिक कदम से ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन पर शिखर सम्मेलन में भारत सरकार द्वारा 2030 तक अपनी 50 प्रतिशत ऊर्जा ज़रूरतें रीन्यूएबल एनर्जी से पूरा करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में भी योगदान मिलेगा।
- इसके साथ ही राजस्थान राज्य में इन नवीकरणीय अक्षय सौर ऊर्जा परियोजनाओं के विकास से सस्ती एवं पर्यावरण के अनुकूल सौर बिजली से राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में भी गति मिलेगी।
- अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राजस्थान 10 गीगावाट से अधिक सौर ऊर्जा क्षमता विकसित करने वाला देश का पहला प्रदेश बन गया है।
- केंद्र सरकार के नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा जारी हालिया रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान अब केवल सोलर ही नहीं, अपितु नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सभी प्रदेशों को पीछे छोड़ते हुए पहले स्थान पर आ गया है। राजस्थान में करीब 8 लाख करोड़ रुपए के एमओयू एलओआई पर सहमति हुई है।
- हाल ही समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में 3000 मेगावाट क्षमता से अधिक क्षमता विकसित की जा चुकी हैं, जबकि पिछले तीन सालों में प्रदेश में 6552 मेगावाट क्षमता विकसित हुई है।