प्रदेश के सभी गाँवों में बनाए जाएंगे आपदा मित्र | 16 Jun 2023

चर्चा में क्यों

13 जून, 2023 को हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में आयोजित सभी राज्यों के आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्रियों की बैठक के बाद बताया कि प्रदेश के सभी गांवों में आपदा मित्र बनाए जाएंगे जो आपदा के समय वॉलंटियर के तौर पर कार्य करेंगे और जल्द ही इनका रजिस्ट्रेशन करने के लिये पोर्टल आरंभ किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु 

  • विदित है कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पास राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग का प्रभार भी है।
  • उपमुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य आपदा प्रबंधन बोर्ड द्वारा ज़िला से लेकर ग्राम स्तर तक कमेटियाँ बनाई जाएंगी।
  • विदित है कि इस वर्ष बाढ़ और सूखे जैसी संभावित आपदा के समय राहत देने के लिये 1,100 करोड़ रुपए मंजूर किये गए हैं, जबकि पिछले वर्षों में क्रमश: 500 करोड़ और 300 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष का प्रावधान किया गया था। 
  • राज्य में जिन क्षेत्रों में बारिश के कारण पानी भरता है, उसकी निकासी तथा नहरों आदि में पानी डालने के लिये भी योजना बनाई जा रही है ताकि न तो फसलों को नुकसान हो और न ही अन्य जान-माल का नुकसान हो। 
  • उपमुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि राज्य सरकार द्वारा संभावित आपदा से पूर्व मोबाइल आदि के माध्यम से मैसेज भेजकर सचेत किया जा रहा है। इस वर्ष भी प्रदेश के लोगों को भारी बारिश, तेज आंधी आदि से संबंधित मैसेज एडवांस में भेजे गए हैं। 
  • केंद्र सरकार द्वारा बैठक में जानकारी दी गई कि आसमानी बिजली गिरने से होने वाली आगजनी का पूर्वानुमान लगाने वाली तकनीक का ईजाद कर लिया गया है, हरियाणा सरकार भी प्रदेश में जल्द ही इस तकनीक को लागू करने जा रही है जिससे लोगों को जान-माल की हानि से बचाया जा सकेगा।
  • बैठक में हरियाणा सरकार की ओर से गृहमंत्री से अनुरोध किया गया है कि हिसार में  नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स (NDRF) की एक बटालियन स्थापित की जाए ताकि किसी आपदा के समय तुरंत सहायता पहुँच सके। 
  • विदित है कि राज्य सरकार ने आईआरबी के 260 जवानों को नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स की ट्रेनिंग भी दी है।
  • उपमुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि हरियाणा में चंडीगढ़, पंजाब तथा हिमाचल प्रदेश के लिये सयुंक्त रूप से कमांड-सेंटर बनाया जाना चाहिये ताकि कांगड़ा-सेस्मिक बेल्ट में आने वाले भूकंप का पूर्वानुमान लगाया जा सके।