मनरेगा कार्यों में महिलाओं की 54 प्रतिशत हिस्सेदारी | 30 Oct 2021
चर्चा में क्यों?
हाल ही में प्रकाशित आँकड़ों के अनुसार बिहार में मनरेगा कार्यों में महिलाओं की हिस्सेदारी पुरुषों से अधिक (लगभग 54 प्रतिशत) है।
प्रमुख बिंदु
- आँकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2021-22 में अभी तक राज्य में 10 करोड़ 23 लाख रोज़गार दिवस का सृजन हुआ है, जिसमें महिलाओं की भागीदारी 54 प्रतिशत रही है।
- वहीं असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले कामगारों के निबंधन से यह खुलासा हुआ है कि निबंधन कराने वाले 75 लाख कामगारों में भी आधे-से-अधिक महिलाएँ हैं।
- निबंधन कराने वालों में पुरुषों की भागीदारी मात्र 42.83 फीसदी है, वहीं महिलाओं की भागीदारी 57.17 फीसदी है।
- आँकड़ों के अनुसार, कृषि क्षेत्र से सबसे अधिक कामगारों ने निबंधन कराया है, जो कुल कामगारों का लगभग 50 फीसदी है। इसके बाद निर्माण क्षेत्र से जुड़े कामगारों का स्थान आता है, जिससे जुड़े लगभग 11 लाख कामगारों ने निबंधन कराया है।
- विदित हो कि बिहार में असंगठित क्षेत्र के कामगारों का राष्ट्रीय ई-श्रम पोर्टल पर निबंधन किया जा रहा है।