उत्तर प्रदेश
हिन्दी संस्थान के 46वें स्थापना दिवस पर 70 साहित्यकार सम्मानित
- 31 Dec 2022
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चर्चा में क्यों?
30 दिसंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का 46वाँ स्थापना दिवस समारोह आयोजित हुआ। इसमें वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. राम कठिन सिंह, कथाकार डॉ. सुधाकर अदीब व संस्थान के निदेशक आरपी सिंह ने सभी श्रेणियों के कुल 70 साहित्यकारों को सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- 26 वर्षों के अनवरत् लेखन से रचित महाकाव्य विधा की पुस्तक ‘अथर्वा, मैं वही वन हूँ’ के लिये भोपाल के आनंद कुमार सिंह को ‘तुलसी पुरस्कार’दिया गया। कविता संग्रह ‘राम धरा पर पुन: पधारो’के लिये शंकर सिंह को श्रीधर पाठक पुरस्कार से नवाजा गया। नाटक विधा की रचना ‘कालपुरुष क्रांतिकारी वीर सावरकर’के लिए गाजियाबाद के साहित्यकार जयवर्धन जेपी को भारतेंदु हरिश्चन्द नामित पुरस्कार मिला।।
- यात्रा वृत्तांत विधा में पुस्तक ‘सपनों का शहर सैन फ्रांसिस्को’के लिए नोएडा की साहित्यकार जयश्री पुरवार को अज्ञेय नामित पुरस्कार मिला। उपन्यास विधा में ‘कंथा’ पुस्तक के लिये वाराणसी के साहित्यकार श्याम बिहारी श्यामल को प्रेमचंद पुरस्कार दिया गया।
- बाल साहित्य विधा की पुस्तक ‘मां कह एक कहानी’के लिये गाज़ियाबाद की साहित्यकार श्रद्धा पांडेय को सूर पुरस्कार से नवाजा गया। इतिहास विधा की पुस्तक ‘सियासत का सबक’के लेखक यूपी के पूर्व डीजीपी और भाजपा सांसद बृजलाल को आचार्य नरेंद्र देव पुरस्कार मिला।
- पत्रकारिता विधा की पुस्तक ‘क्रोनोलॉजी इन कोविडटून्स’के लिये लखनऊ के पत्रकार हरिमोहन वाजपेयी ‘माधव’को धर्मवीर भारती सर्जना पुरस्कार से नवाजा गया। कहानी संग्रह विधा की पुस्तक ‘अनुभव के बोल’के लिये लखनऊ के रामजी भाई को यशपाल पुरस्कार मिला। इसमें 51 कहानियों का संग्रह है।