मुख्यमंत्री ने रामनगरी अयोध्या में 41वें रामायण मेले का शुभारंभ किया | 28 Nov 2022
चर्चा में क्यों?
27 नवंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामनगरी अयोध्या में परंपरागत तरीके से होने वाले 41वें रामायण मेले का शुभारंभ किया। यह मेला 30 नवंबर, 2022 तक चलेगा।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामायण मेले के द्वितीय दिवस के कार्यक्रम पोस्टर (आवरण छवि) का लोकार्पण भी किया।
- भारत के सांस्कृतिक व आध्यात्मिक वैभव की पुनर्स्थापना के लिये उत्तर प्रदेश सरकार और रामायण मेला समिति के सदस्यों के सहयोग से प्रतिवर्ष इस मेले का आयोजन किया जाता है।
- रामायण मेला समिति के संयोजक आशीष कुमार मिश्र ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस पोस्टर का लोकार्पण किया है, उसमें रामायण मेला में होने वाले द्वितीय दिवस के कार्यक्रम के क्रम में राम बारात आगमन, पाँव पूजन की रस्म, चारों भाइयों का अग्नि का फेरा और सभी वर-वधु का ऋषियों से आशीर्वाद प्राप्त करने की लीला को दर्शाया गया है।
- इस आवरण छवि को उकेरने का कार्य वैष्णवी गुप्ता एवं प्रिया गुप्ता ने किया है। आवरण छवि में भारतीय लोक कला पर आधारित अवध की लोककला को प्रदर्शित किया गया है। इससे पहले पहला पोस्टर श्री राम जन्मभूमि के गर्भगृह से लोकार्पित किया गया था।
- गौरतलब है कि अयोध्या में रामायण मेला की शुरुआत 1982 में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्रीपति मिश्र ने की थी। उन्होंने उद्घाटन सत्र में ही राम की पैड़ी प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। पहले रामायण मेला में लगातार चार दिन मंत्रियों ने अलग-अलग विकास योजनाओं का ऐलान किया, जो इस समय की विकास योजनाओं में प्रमुख हैं।
- पहले रामायण मेला में ही परिक्रमा मार्ग को पक्का करवाने, सरयू तट का नया घाट से लेकर गुप्तारघाट तक विस्तार व सांस्कृतिक विकास के लिये राम कथा पार्क के निर्माण की घोषणा कर उन पर काम शुरू किया गया था।
- 1980 के दशक में रामायण मेला का आकर्षण चरम पर रहा। इसी मेला में श्रीलंका, कोरिया, मलेशिया सहित कई देशों की रामलीला का मंचन किया गया, जो विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं।