भारतीय कला इतिहास कॉन्ग्रेस का 32वाँ सम्मेलन | 14 Feb 2025
चर्चा में क्यों?
भारतीय कला इतिहास कॉन्ग्रेस का 32वाँ सम्मलेन 8 से 10 फरवरी 2025 तक इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हेरिटेज नोएडा में आयोजित किया गया।
मुख्य बिंदु
- सम्मेलन के बारे में:-
- सम्मेलन का विषय था “कला और संस्कृति में भारतीय महाकाव्यों का प्रतिपादन”।
- इसका उद्देश्य महाकाव्यों पर आधारित कलात्मक अभिव्यक्तियों के विविध रूपों को उजागर करना था।
- महाभारत और रामायण ने कर्तव्य, धर्म और न्याय की शिक्षाओं के साथ कई लोगों के जीवन का मार्ग प्रशस्त किया है।
- उनके आदर्श भारत और उसके बाहर की संस्कृतियों में गूँजते हैं।
- इसका आयोजन संस्कृति मंत्रालय के तहत भारतीय विरासत संस्थान, नोएडा द्वारा किया गया था।
- महत्त्व:
- सम्मेलन ने मौखिक, पाठ्य और दृश्य मीडिया के माध्यम से महाकाव्यों पर आधारित कलात्मक अभिव्यक्तियों के विविध रूपों पर प्रकाश डाला।
- प्राचीन से समकालीन समय तक महाकाव्यों और उनके विभिन्न कलात्मक रूपों के प्रभाव पर चर्चा।
- भारतीय कला में रुचि को बढ़ावा देना और इसके संरक्षण और सुरक्षा के लिये काम करना।
- मूर्त और अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिये प्रयास करना।
भारतीय कला इतिहास कॉन्ग्रेस (IAHC)
- यह भारतीय कला विरासत का अध्ययन करने वाली अखिल भारतीय संस्था है।
- इसका उद्देश्य भारतीय कला इतिहास और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं पर गहन शोध और विमर्श को प्रोत्साहित करना है।
- यह संगठन भारतीय सांस्कृतिक धरोहर, मूर्त और अमूर्त कला रूपों के संरक्षण के लिये काम करता है।
- यह अनुभवी और युवा विद्वानों को एक मंच प्रदान करता है, ताकि वे अपनी कला संबंधित शोधों और विचारों का आदान-प्रदान कर सकें।
- इसका मुख्यालय गुवाहाटी में स्थित है।