उत्तराखंड में बनाए जाएंगे 31 नए हेलीपैड | 26 May 2022

चर्चा में क्यों?

25 मई, 2022 को नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि प्रदेश में सैलानियों को आकर्षित करने के उद्देश्य से हेली सेवाओं को विस्तार देने के लिये 31 स्थानों पर नए हेलीपैड बनाने की तैयारी की जा रही है।

प्रमुख बिंदु

  • ये हेलीपैड देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा ज़िलों में बनाए जाएंगे। हेलीपैड बनाने का खर्च प्रदेश सरकार स्वयं वहन करेगी।
  • राज्य पर्यटन विभाग ने ज़िलाधिकारियों को अपने ज़िलों के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के निकट हेलीपैड के लिये ज़मीन चिह्नित करने के निर्देश दिये हैं, जिससे जल्द-से-जल्द इन ज़मीनों का अधिग्रहण कर यहाँ हेलीपैड तैयार कर हेली सेवाओं का संचालन किया जा सके।
  • प्रदेश में उड़ान योजना के तहत देहरादून से चिन्यालीसौड़, देहरादून से गौंचर, देहरादून से टिहरी, देहरादून से श्रीनगर, देहरादून से अल्मोड़ा व हल्द्वानी से पिथौरागढ़ के लिये हेली सेवाओं का संचालन किया जा रहा है।
  • तीर्थांटन को देहरादून से केदारनाथ व चमोली ज़िले के विभिन्न स्थानों से केदारनाथ व हेमकुंड साहिब के लिये हेली सेवाएँ संचालित की जा रही हैं। इन्हें मिलाकर प्रदेश में 51 स्थानों पर हेलीपैड बने हुए हैं।
  • गौरतलब है कि उत्तराखंड में नैसर्गिक सुंदरता से भरी पड़ी है। कहीं ऊँचे-ऊँचे पर्वत तो कहीं मखमली बुग्याल पर्यटकों को अपनी ओर बरबस आकर्षित करते हैं। यहाँ सुदूरवर्ती पर्वतों के बीच बनी प्राकृतिक झीलें पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होने के साथ ही पौराणिक महत्त्व की भी हैं।
  • सरकार का प्रयास ऐसे पर्यटन स्थलों के आस-पास हेलीपैड तैयार करने का है, ताकि पर्यटक हेली सेवाओं के ज़रिये इन स्थानों तक पहुँच सकें और उन्हें कम-से-कम पैदल चलना पड़े। इसके साथ ही वे आकाश से भी बर्फ से लदी पहाड़ियों का सौंदर्य देख पाएंगे।
  • प्रदेश सरकार की योजना निजी हेली कंपनियों के माध्यम से इन स्थानों पर हेली सेवाएँ शुरू करने की है। इससे न केवल सरकार को राजस्व मिलेगा, बल्कि पर्यटकों को भी इससे सहूलियत मिल सकेगी।
  • उत्तराखंड आपदा के लिहाज़ से भी संवेदनशील राज्य है। आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों में हेलीकॉप्टर का प्रयोग किया जाता है। नए स्थानों पर बने हेलीपैड आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों के लिये भी महत्त्वपूर्ण साबित होंगे।