जल संचय के लिये पटना में बनेंगे 21 चेकडैम | 12 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
11 सितंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार पटना ज़िले में जल संचय के लिये 21 चेकडैम बनाए जाएंगे।
प्रमुख बिंदु
- अधिकारियों के मुताबिक 31 मार्च, 2024 तक चालू वित्तीय वर्ष में अधिकांश चेकडैम का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
- अधिकारियों के मुताबिक मनरेगा से 18 और कृषि विभाग के माध्यम से तीन चेकडैम बनाने की स्वीकृति मिली है। इसमें 14 चेकडैम बनाने का काम शुरू भी हो गया है।
- पटना ज़िले में पहले 80 चेकडैम बनाने की योजना थी, लेकिन जब इसका भौतिक सत्यापन किया गया तो 21 की ही ज़रूरत महसूस की गई।
- मनरेगा द्वारा बनाए चेकडैम न्यूनतम 1500 वर्ग फीट में होता है। एक चेकडैम बनाने के लिये न्यूनतम 1500 वर्ग फीट क्षेत्र की ज़रूरत होती है। पटना में अधिकतर डैम इससे अधिक एरिया में बन रहे हैं।
- अधिकारियों का कहना है कि एक चेकडैम बनाने पर औसतन 9 लाख रुपए खर्च होते हैं। धनरूआ में एक चेकडैम लगभग बनकर तैयार हो गया है। इसे मॉडल के तौर पर बनाया गया है।
- आहर, पइनतालाब, नहर आदि में पानी नहीं रहने पर किसानों को ट्यूबवेल चलाकर सिंचाई का काम करना पड़ता था। चेकडैम बनने के बाद यह समस्या समाप्त हो जाएगी। चेकडैम में साल भर पानी रखने की व्यवस्था की जा रही है। बारिश का पानी चेकडैम में एकत्रित किया जाएगा। इसी पानी को आहर या पइन के माध्यम से सिंचाई की व्यवस्था की जाएगी।