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झारखंड

झारखंड राज्य वन्यजीव बोर्ड की 14वीं बैठक

  • 05 Feb 2022
  • 3 min read

चर्चा में क्यों?

3 फरवरी, 2022 को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड राज्य वन्यजीव बोर्ड की 14वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए वन्य प्राणी आश्रयणियों के प्रबंधन योजना, झारखंड वन्य प्राणी नीति का निर्माण सहित कुल नौ एजेंडों पर चर्चा की। 

प्रमुख बिंदु 

  • बैठक में वन्य प्राणी आश्रयणियों के प्रबंधन योजना, झारखंड वन्य प्राणी नीति का निर्माण, राज्य के वन्य प्राणी अभयारण्यों के अंदर अवस्थित गाँवों के ग्रामीणों की स्वास्थ्य समस्याओं के निदान, राँची-जमशेदपुर NH के किनारे वृहत् पौधारोपण, साहिबगंज में फॉसिल पार्क का निर्माण कार्य समेत अन्य विषयों पर चर्चा की गई। 
  • मुख्यमंत्री ने पलामू टाइगर रिजर्व, लावालौंग वन्य प्राणी आश्रयणी, गौतम बुद्ध वन्य प्राणी आश्रयणी समेत वनभूमि से होकर गुजरने वाली सड़कों के चौड़ीकरण, पुल निर्माण में आ रही अड़चनों को जल्द दूर करने का आदेश दिया। 
  • उन्होंने कोडरमा वन्य प्राणी आश्रयणी से होकर गुजरने वाले नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण हेतु एक समिति गठित करने का निर्देश दिया। 
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि वन (संरक्षण) अधिनियम, 1980 और वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के प्रावधानों के अनुपालन में पर्यावरण के अनुकूल विभिन्न उपयुक्त स्थानों पर शिविर लगाने का प्रावधान पर्यटन नीति के तहत किया गया है। इसके लिये सार्वजनिक निजी भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाएगा। 
  • पर्यटन विभाग पर्यटकों के लिये वन्यजीव पार्कों/चिड़ियाघरों, बर्ड वाच टावर और अन्य उपयोगी सेवाओं के विकास तथा सुधार के लिये वन और पर्यावरण विभाग के साथ कार्य करेगा। वन्यजीव अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यान पर्यटन के अभिन्न अंग के रूप में एकीकृत होंगे। 
  • मुख्यमंत्री ने साहिबगंज में फॉसिल पार्क के निर्माण को लेकर वन विभाग को विशेष निर्देश दिया। उल्लेखनीय है कि साहिबगंज में फॉसिल पार्क निर्माणाधीन है। इसके निर्माण के बाद पर्यटक सैकड़ों वर्ष पूर्व के जीवाश्म देख सकेंगे। इसके साथ ही वन विभाग राजमहल की पहाड़ियों समेत अन्य स्थानों पर फॉसिल पार्क की संभावनाओं को तलाश रहा है। 
  • मुख्यमंत्री ने वन्य जीव, खासकर हाथी कॉरिडोर पर विशेष ध्यान देने का निर्देश देते हुए कहा कि इनके लिये अंडरपास का निर्माण बेहतर ढंग से करवाएँ, ताकि वन्यजीवों को सड़क पार करने में सुविधा हो सके। 
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