12वाँ क्षेत्रीय 3R और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम | 27 Feb 2025

चर्चा में क्यों? 

भारत एशिया और प्रशांत क्षेत्र में 12वें क्षेत्रीय 3आर और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम की मेज़बानी करेगा। यह 3-5 मार्च 2025 को जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित किया जाएगा।

मुख्य बिंदु 

  • फोरम के बारे में:
    • विषय:

      • आयोजन का विषय "रियलाइजिंग सर्कुलर सोसाइटीज टूवार्ड्स एचीविंग SDG एंड कार्बन न्यूट्रीलिटी इन एशिया पेसिफिक" पर केंद्रित होगा।

  • उद्देश्य और महत्त्व:
    • यह सम्मेलन एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 3आर (रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल) और सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिये एक महत्त्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करेगा। 
    • इसका उद्देश्य सरकारी अधिकारियों को नीतिगत जानकारी प्रदान करना और सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों का आदान-प्रदान करना है। 
    • यह फोरम सर्कुलर अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा देने और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सतत विकास लक्ष्यों (SDG) और कार्बन तटस्थता की दिशा में प्रगति को समर्थन देने पर केंद्रित है। 
  • भारत का नेतृत्व और दृष्टिकोण:
    • भारत का ‘इंडिया पैवेलियन’ 3आर और सर्कुलर इकोनॉमी के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों को प्रदर्शित करेगा, जो भारत के समग्र सरकारी दृष्टिकोण को दर्शाता है। भारत ने पहले भी इस फोरम की मेज़बानी (2018 में इंदौर) की थी।
  • जयपुर घोषणा:
    • फोरम का समापन एशिया-प्रशांत देशों में संसाधन-कुशल, सर्कुलर अर्थव्यवस्था में परिवर्तन को प्रोत्साहित करने के लिये ‘जयपुर घोषणा’ को अपनाने के साथ होगा। 
    • जयपुर घोषणा (2025-34) हनोई घोषणा (2013-23) पर आधारित होगी और यह 3R (रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल) और सर्कुलर अर्थव्यवस्था नीतियों को विकसित करने के लिये एक रूपरेखा प्रदान करेगी।

क्षेत्रीय 3R और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम के बारे में:

  • यह फोरम वर्ष 2009 संयुक्त राष्ट्र क्षेत्रीय विकास केंद्र (UNCRD) द्वारा शुरू किया गया था।
  • यह एशिया-प्रशांत देशों में स्थायी विकास को प्रोत्साहित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  • इसका उद्देश्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 3R (कम करना, पुनः उपयोग करना और पुनर्चक्रण करना) और सर्कुलरिटी को मुख्यधारा में लाने के लिये नीति संबंधी रणनीतिक सुझाव प्रदान करना तथा 3R के सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिये एक मंच के रूप में कार्य करना है।