महिला सुरक्षा को लेकर हरियाणा-112 में नई पहल है ‘सेफ जर्नी’ | 27 Oct 2023

चर्चा में क्यों?

25 अक्तूबर, 2023 को हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में बताया गया कि पुलिस विभाग अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए जल्द ही महिला सुरक्षा को लेकर हरियाणा-112 पर नई पहल ‘सेफ जर्नी’अर्थात्‘सुरक्षित यात्रा’ शुरू करने जा रहा है। 

प्रमुख बिंदु  

  • पुलिस विभाग द्वारा महिला सुरक्षा को लेकर शुरू की जा रही नई पहल ‘सेफ जर्नी’से महिलाओं में सुरक्षा भावना को और अधिक बल मिलेगा और वे सफर करते समय अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकेंगी। 
  • पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि प्रदेश में महिलाएँ घरों से बाहर भी अपने आप को सुरक्षित महसूस करें, इसी उद्देश्य के साथ हरियाणा-112 अब महिला यात्रियों के लिये ‘सेफ जर्नी’ अर्थात् ‘सुरक्षित यात्रा’का कॉन्सेप्ट लेकर आ रहा है।  
  • इसके तहत अब महिलाएँ 112 डायल करके अपने आप को रजिस्टर करते हुए एडवांस में अपनी यात्रा संबंधी जानकारी हरियाणा-112 की टीम के साथ शेयर कर सकेंगी। इसके लिये महिलाएँ अपनी डिटेल, जैसे- नाम, मोबाइल नंबर, प्लेस ऑफ डिपार्चर, प्लेस ऑफ अराइवल, एक्सपेक्टेड टाइम ऑफ डिपार्चर व अराइवल आदि जानकारी साझा करेंगी। इसके बाद, हरियाणा-112 की टीम महिला के संपर्क में रहेगी। इस दौरान टीम के सदस्यों द्वारा लोकेशन ट्रैक की जाती रहेगी। 
  • बैठक में एडीजीपी टेलीकॉम-आईटी ने बताया कि महिलाओं को सुरक्षित वातावरण देने के लिये व्हाट्सएप नंबर पर भी काम किया जा रहा है और इसके माध्यम से प्रदेशवासियों को समय-समय पर हरियाणा-112 के बारे में अपडेट किया जाता रहेगा।  
  • इस नंबर के माध्यम से भी हरियाणा पुलिस की सुविधाओं व सेवाओं संबंधी जानकारी आम जनता तक पहुँचाई जाएगी, ताकि लोग आवश्यकता अनुरूप इनका लाभ उठा सकें।  
  • इसके साथ ही प्रदेश में महिलाओं को सुरक्षित वातावरण देने के लिये पब्लिक ट्रांसपोर्ट, जैसे - ओला, उबर तथा ऑटो आदि पर भी हरियाणा पुलिस द्वारा स्टिकर लगाए जा रहे हैं, जिसमें ऑटो चालक का नाम, मोबाइल नंबर, वाहन का नंबर आदि सहित अन्य जानकारी उपलब्ध करवाई गई है। 
  • एडीजीपी टेलीकॉम-आईटी ने बताया कि 31 अक्तूबर तक प्रदेश में अधिकांश ज़िलों के ऑटो चालकों तथा पब्लिक ट्रांसपोर्ट का डाटाबेस तैयार हो जाएगा।  
  • बैठक में बताया गया कि सितंबर 2023 में हरियाणा-112 के माध्यम से 5 लाख 22 हज़ार से अधिक कॉल प्राप्त हुई हैं। एमरजेंसी रिस्पॉन्स व्हीकल (ईआरवी) को शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 8 मिनट से लेकर 15 मिनट तक निर्धारित किया गया है।